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श्रीकाकुलम का वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर क्यों प्रसिद्ध है? कार्तिक माह में लगता है भक्तों का तांता

Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में वेंकटेशवर मंदिर में आज भगदड़ मच गई जिससे 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. वहीं, कई लोग घायल भी हुए हैं. बताया जा रहा है कि इसका कारण मंदिर में आज के दिन होने वाली भीड़ थी. जानिए क्यों आज के दिन भक्त यहां जाते हैं.

Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम इलाके में एकादशी के मौके पर वेंकटेशवर मंदिर में आज भगदड़ मच गई जिससे 9 लोगों की मौत की खबर सामने आई है. साथ ही कई लोगों के घायल होने की खबर भी है. दरअसल, आज कार्तिक मास की एकादशी है. यह दिन साल के शुभ दिनों में से एक होता है. इसलिए, आज इस मंदिर में दर्शन करने के लिए भक्तों का हुजूम लगा हुआ था. यह मंदिर राज्य का मशहूर मंदिर है जो भगवान विष्णु को समर्पित है.

क्या है मंदिर का इतिहास?

श्रीकाकुलम के वेंकटेशवर मंदिर की मान्यता कार्तिक मास में बहुत ज्यादा होती है. इस मंदिर में भगवान विष्णु वेंकटेशवर अवतार में विराजमान है. नारायणदासु नामक एक भक्त ने सपने में इस मंदिर को पहाड़ पर बना हुआ देखा था. इसलिए, उन्होंने इस मंदिर का निर्माण करवाया. यह मंदिर बेहद खूबसूरत है. मंदिर के सामने गरुत्मतु की मूर्ति है, जो भारत में स्थापित बड़ी मूर्तियों में एक है.

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मंदिर का धार्मिक महत्व

बता दे कि आज कार्तिक मास की एकादशी है. इस दिन को हिंदू धर्म के प्रमुख दिनों में से एक माना जाता है. माना जाता है कि पूरे कार्तिक मास में इस मंदिर में भक्त दर्शन करने के लिए दुनियाभर से आते हैं. यह मंदिर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक भी माना जाता है. इसके अलावा, भौगोलिक स्थिति के अनुसार यह मंदिर एक शांत पहाड़ियों में स्थित है जिस कारण यहां का प्राकृतिक सौंदर्य भी लोगों का मनमोह लेती है.

एकादशी के लिए आए थे भक्त

एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है. आज के दिन देवउठनी भी होती है. इस पर्व पर विशेष पूजा-अर्चना का महत्व होता है. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, आज से ही शादियां भी शुरू हो जाती हैं. एकादशी के दिन मनोकामना पूरी होती है और वेंकटेश मंदिर इच्छा पूरी करने वाला मंदिर भी माना जाता है. इसलिए, यहां सुबह से भीड़ लगी हुई थी. अब तक की जानकारी से पता लगा है कि मंदिर के एंट्री पॉइंट पर बहुत लंबी लाइन थी, धक्का-मुक्की के चलते लोगों में अचानक भगदड़ हो गई. फिलहाल, मंदिर में राहत-बचाव का काम चल रहा है, सभी टीमें समय पर घटनास्थल पर पहुंच गई थी. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी इस दुर्घटना पर शोक प्रकट करते हुए सभी का अच्छा इलाज करने की घोषणा की है.

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