Amit Shah Slammed Congress : भाजपा के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम का आज यानी रविवार को दूसरा दिन है। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने प्रस्ताव में भाजपा को देश की आशा और इंडिया गठबंधन की हताशा पर बात की। प्रस्ताव में कहा गया कि कांग्रेस अस्थिरता को जन्म देने वाली है और इंडिया गठबंधन कलह, कटुता, कुटिलता व कुनीति का पर्याय है। शाह ने कहा कि गरीबों का विरोध करने वाली कांग्रेस और उसके सहयोगी दल भ्रष्टाचार में गले तक डूबे हुए हैं।
'कांग्रेस ने देश की संस्कृति पर आघात किए'
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस की विभाजनकारी नीतियों ने भारत की संस्कृति को नुकसान पहुंचाया है। कांग्रेस ने हर प्रगतिशील कदम का हमेशा विरोध किया है। अगले लोकसभा चुनाव में दो खेमे आमने-सामने हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए का गठबंधन है और दूसरा कांग्रेस के नेतृत्व में सभी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन है, जो भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाला है। भाजपा और एनडीए राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर चलने वाले हैं।
'नरेंद्र मोदी फिर बनने जा रहे हैं प्रधानमंत्री'
शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस ने देश के संवैधानिक संस्थानों के साथ-साथ वैज्ञानिकों का अपमान किया। उसकी अपरिपक्व, गैरजिम्मेदार, हिंसा और अराजकता की राजनीति ने ही उसका पतन सुनिश्चित कर दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में बहुत बड़ा बदलाव आया है। 140 करोड़ लोगों ने देश का उज्ज्वल भविष्य देखा है। मोदी के शासन में हर क्षेत्र का विकास हुआ है। अमित शाह ने दावा किया कि जनता सच जानती है और नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।
यूपीए सरकार के कार्यकाल पर श्वेत पत्र भी लाए
राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान भाजपा ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र भी जारी किया। इसमें 10 साल के दौरान आर्थिक अनियमितताओं का लेखा-जोखा दिया गया है। इसमें कहा गया है कि यूपीए सरकार को विरासत में ऐसी स्वस्थ अर्थव्यवस्था मिली थी जो अधिक सुधारों के लिए तैयार थी। लेकिन कांग्रेस ने 10 साल में इसे बेकार कर गिया। यूपीए सरकार ने अपने कार्यकाल में मूल्य स्थिरता जैसे बड़े आधार को कमजोर कर दिया।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने पढ़ा राम मंदिर पर प्रस्ताव
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अयोध्या में बने राम मंदिर पर प्रस्ताव पढ़ा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अध्यात्मिक और सांस्कृतिक चैतन्यता फैला रहे हैं। मोदी सरकार सभी सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीकों को मजबूत कर रही है। राम मंदिर के जरिए भाजपा राम राज्य की स्थापना की ओर आगे बढ़ रही है। भगवान श्री राम अयोध्या और देश के लोगों की भावनाओं के प्रतीक हैं। नड्डा ने कहा कि राम मंदिर के लिए प्रधानमंत्री ने कठोर तपस्या की और इसके लिए उन्हें साधुवाद है।