Indian Astronaut Shubhanshu Shukla IN Space: भारत के अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इन दिनों इंटरनेशनल स्पेस सेंटर (ISS) में मिशन एक्सिओम-4 पर काम कर रहे हैं। भारत सरकार ने एक्स प्लेटफॉर्म पर अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की कुछ तस्वीरें जारी की हैं। ये तस्वीरें इंटरनेशनल स्पेस सेंटर (ISS) से आईं है। शुभांशु आईएसएस के कपोला में खड़े होकर पृथ्वी को निहार रहे हैं। वही पृथ्वी जहां उन्होंने अपना जीवन जिया और आगे भी उसी पृथ्वी पर जाना है।
तस्वीरों में शुभांशु की मुस्कान साफ दिख रही है। कपोला शीशे के चारों तरफ पृथ्वी का सुंदर नजारा दिख रहा है। वहां से अब शुभांशु का मिशन शुरू हो गया है। माय जीओवी इंडिय हैंडल ने तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि 'अंतरिक्ष से नीचे की ओर देखते हुए!ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 7-खिड़की वाले कपोला मॉड्यूल से पृथ्वी के शानदार मनोरम दृश्य का आनंद लेते हैं। यह एक उल्लेखनीय यात्रा रही है क्योंकि उन्होंने सितारों के बीच भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए कक्षा में एक सप्ताह बिताया है।'
क्या है आईएसएस का कपोला
कपोला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) का ESA निर्मित वेधशाला मॉड्यूल है। ये शब्द इतालवी से लिया गया है, जिसका अर्थ है "गुंबद" इसकी सात खिड़कियों का उपयोग पृथ्वी के प्रयोगों, डॉकिंग और अवलोकनों के लिए किया जाता है। इसे 8 फरवरी 2010 को स्पेस शटल एंडेवर के मिशन STS-130 पर लॉन्च किया गया था। इसके बीच की खिड़की का 31 इंच की होती है। कपोला आईएसएस चालक दल के लिए एक अवलोकन और कार्य क्षेत्र प्रदान करता है, जो अंतरिक्ष स्टेशन रिमोट मैनिपुलेटर सिस्टम के नियंत्रण और पृथ्वी, आकाशीय पिंडों और विज़िटिंग वाहनों के सामान्य बाहरी गतिविधियों को देख सकता है।
अब शुरू होगी रिसर्च
साझा कीं गईं तस्वीरों में एक तस्वीर एक बॉक्स के साथ शुभांशु की है। इसका मतलब है कि अब मिशन पर गए अंतरिक्ष यात्रियों ने रिसर्च शुरू कर दी है। शुभांशु अंतरिक्ष में कई रिसर्च करेंगे। इसमें 6 फसल बीज किस्मों का अध्ययन, अंतरिक्ष में मांसपेशियों की कमजोरी रोकना समेत विषय शामिल हैं।