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अमेरिकी नागरिक से ठगी पर CBI का बड़ा एक्शन, अहमदाबाद में रेड; 9.3 लाख US डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी जब्त

Ahmedabad cbi raid: सीबीआई की ओर से अहमदाबाद में रेड की गई है। अमेरिकी नागरिक से हुई ठगी के मामले में एक्शन लिया गया है। आरोपी के ठिकाने से सीबीआई ने 9 लाखा 30 हजार अमेरिकी डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी सीज की गई है। केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों ने शिकायत के बाद एक्शन लिया है।

नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर।
Ahmedabad cbi raid: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुजरात के अहमदाबाद में रेड कर एक व्यक्ति के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। सीबीआई अधिकारियों ने क्रिप्टो वॉलेट से लगभग 7.7 करोड़ रुपये से अधिक की क्रिप्टोकरेंसी को जब्त किया है। यह राशि 9 लाख 30 हजार अमेरिकी डॉलर के समान है। एक अमेरिकी नागरिक से आरोपी ने ठगी की थी। आरोपी ने अमेरिकी को भरोसा दिया था कि वह मल्टीनेशनल कंपनी के फ्रॉड डिपार्टमेंट का अधिकारी है।

क्यूआर कोड शेयर कर दी गलत जानकारी

सीबीआई की ओर से संयुक्त राज्य अमेरिका की एजेंसी संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के इनपुट के आधार पर एक्शन लिया गया है। एफबीआई ने ही एफआईआर दर्ज करवाई थी। जिसमें रामावत शैशव नाम के शख्स के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए थे। रामावत ने अमेरिकी नागरिक को फोन पर फांसा था। खुद की पहचान अमेजन के धोखाधड़ी विभाग के जेम्स कार्लसन के तौर पर बताई थी। सीबीआई को रेड के दौरान 25572 रिपल, 55 एथेरियम, 77 यूएसडीटी और 28 बिटकॉइन मिले हैं। यह भी पढ़ें-खूबसूरत मॉडलों की तस्वीरें दिखा 800 लोगों से लूट: दो दोस्त ONLINE ढूंढते थे शिकार; अब तक 5 करोड़ ठगे टीम की ओर से जो करेंसी जब्त की गई है। उसको सरकार के वॉलेट में ट्रांसफर किया गया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो के प्रवक्ता की ओर से चौंकाने वाली बातें बताई गई हैं। आरोपी ने अमेरिकी नागरिक से कहा था कि उसके अमेजन अकाउंट पर कुछ फ्रॉड लोगों की नजर है। आरोपी ने पीड़ित को अपने बैंक खातों से कैश निकालने की बात कही थी। कैश को रॉकिटकॉइन एटीएम वॉलेट में बिटकॉइन में जमा करने को बोला था। साथ ही एक क्यूआर कोड शेयर कर उसको गलत जानकारी दी थी।

विश्वास दिलाने के लिए की थी फर्जी ईमेल

अमेरिकी को विश्वास दिलाने के लिए रामावत ने 20 सितंबर 2022 को एक ई-मेल भी फर्जी तौर पर किया था। जिसे अमेरिका के संघीय व्यापार आयोग की ओर से भेजने का दावा किया गया है। अमेरिकी नागरिक आरोपी की बातों में आ गया था। उसने 30 अगस्त 2022 से 9 सितंबर 2022 राशि को अकाउंट से निकाल बिटकॉइन अकाउंट में एड कर दिया था। इस मामले में उसके दो दोस्तों की भूमिका भी सामने आई है। सीबीआई को उसके ठिकानों से कई और भी आपत्तिजनक चीजें मिली हैं।


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