World Contraception Day 2023: देश की बढ़ती जनसंख्या एक बड़ी समस्या के रूप में आ रही है। सरकार लगातार परिवार नियोजन को लेकर जागरूकता अभियान चलाती रहती है। इसलिए हर साल 26 सितंबर को विश्व गर्भनिरोधक दिवस मनाया जाता है। यह दिन गर्भनिरोधक के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के बारे में है। वैवाहिक जोड़ों को यह आजादी होती है कि वे कब पेरेंट्स बनना चाहते हैं। इसके लिए महिलाओं का जागरूक होना जरूरी है कि वे अनप्लांड प्रेग्नेंसी से कैसे बच सकती हैं। परिवार नियोजन के अलावा, गर्भनिरोधक एचआईवी एड्स और अन्य यौन संक्रमणों से भी रोकता है। प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए गर्भनिरोधक का प्रयोग किया जाता है। कंडोम, बर्थ कंट्रोल पिल, आईयूसीडी (IUCD) जैसे कॉपर टी और इंजेक्टेबल गर्भनिरोधक कुछ गर्भनिरोधक हैं।
इतिहास
परिवार नियोजन के अलावा, गर्भनिरोधक एचआईवी एड्स और अन्य संक्रमणों को भी होने से रोकता है। इस दिन की शुरुआत साल 2007 में 26 सितंबर को हुई थी। गर्भनिरोधक साधनों को अपनाकर महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। दंपत्तियों जोड़ों की मदद के लिए मनाया गया था कि वे कब अपना परिवार शुरू कर सकते हैं। ताकि मां और बच्चों की डेथ रेट कम हो सके।
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विश्व गर्भनिरोधक दिवस की थीम
इस बार विश्व गर्भनिरोधक दिवस 2023 की थीम है- विकल्पों की शक्ति (पावर ऑफ ऑप्शन)
महत्व
गर्भनिरोधक के प्रयोग से मैटरनल डेथ की दर को 40% कम किया जा सकता है। गर्भनिरोधक अन्य यौन संक्रमण के अलावा एचआईवी और एड्स की रोकथाम कर सकता है। ये उन महिलाओं और लड़कियों के भविष्य में भी काफी हेल्प करेगा। ताकि शादी के बाद अनप्लांड प्रेग्नेंसी को भी रोक पाएं। गर्भनिरोधक के यूज से मैटरनल डेथ, बच्चों के डेथ रेट और अनएक्सपेक्टेड प्रेग्नेंसी और गर्भपात (abortion) कम हो सके।
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