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न घबराएं, सेहत का खजाना भी हैं Virus, स्‍टडी में बड़ा खुलासा, कुछ तो टेंशन कर देंगे ‘छूमंतर’

Virus And Stress: बैक्टीरियोफेज पर रिसर्च से इस बात के प्रूफ मिलते हैं कि इंटेस्टाइन और ब्रेन की म्यूचल एक्शन बिहेवियर पर असर करती है।  

तनाव और वायरस Image Credit: Freepik
Virus And Stress: कोरोना वायरस जो 2020 में आया तो कितने गंभीर परिणाम देखने को मिले। ऐसे ही आए दिन हम नए-नए  वायरस का नाम सुनते ही हैं और हर किसी के मन में ये डर पहले आता है, अब इससे कैसे बचाव हो पाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है कभी-कभी वायरस दुश्मन नहीं दोस्त होते हैंं, जो हमारे सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं लाभकारी बनते हैं। ऐसा ही एक रिसर्च से पता चलता है कि आंत में रहने वाले वायरस का एक सब ग्रुप तनाव को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। तनाव से जुड़ी कंडीशन के लिए नए-नए उपचार का कारण बन सकती है जो हमारे अंदर रहने वाले वायरस के लार्ज कम्यूनिटी को टारगेट करती है। जबकि पिछले स्टडी से पता चला है कि पेट में रहने वाले जर्म का स्ट्रक्चर तनाव के फीडबैक में बदल जाता है, इनमें इस "वाइरोम" के बजाय मुख्य रूप से बैक्टीरिया पर ध्यान केंद्रित किया गया है। [caption id="attachment_572648" align="alignnone" ] तनाव Image Credit: Freepik[/caption]

क्या कहती है स्टडी 

यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉर्क में एपीसी माइक्रोबायोम आयरलैंड अनुसंधान केंद्र (APC Microbiome Ireland Research Center at University College Cork ) के डॉ. नथानिएल रिट्ज (Dr. Nathaniel Ritz) ने कहा है कि जिस तरह से वाइरोम बैक्टीरिया के साथ संपर्क करता है और तनाव से जुड़े हेल्थ और बीमारी को कैसे असर करते हैं, इसके बारे में ज्यादा पता नहीं है। बैक्टीरियोफेज नामक वायरस जो बैक्टीरिया को संक्रमित करता है और उनके साथ दोहराता है। ये भी पढ़ें- न करें पैर के दर्द को इग्नोर, Heart Attack के संकेतों में से एक! जानें 4 लक्षण

चूहों पर की गई स्टडी

उन्होंने स्टडी में पाया है कि इन वायरस का क्या हुआ। जब कुछ चूहे पुराने सामाजिक तनावों, जैसे कि अकेले रहना या भीड़भाड़ वाली परिस्थितियों में रहते थे और पाया कि तनाव के संपर्क में आने से जानवरों में वायरस और बैक्टीरिया की रचना में बदलाव आया।इसके बाद, उन्होंने बिना तनाव वाले स्वस्थ जानवरों के मल से वायरस इकट्ठा किए और उनमें से कुछ को वापस प्रत्यारोपित किया, जब चूहों को काफी लंबे समय से तनाव का सामना करना पड़ा। नेचर माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित रिसर्च में सुझाव दिया गया है कि इन प्रत्यारोपणों से तनाव हार्मोन के लेवल में कमी आई और चूहों में डिप्रेशन और चिंता पर रोक लग गई है।

इंसानों के लिए कितना फायदेमंद है वायरस 

अब बात आती है मनुष्यों से जुड़े तनाव को लेकर क्या वायरस ट्रांसप्लांट करने से तनाव से जुड़ी स्थितियों से पीड़ितों के लिए फायदेमंद है। रिसर्च में कुछ पहले सबूत है कि आंत वायरस तनाव की प्रतिक्रिया में शामिल हैं और उनमें हेरफेर करने से लाभ हो सकता है। [caption id="attachment_572673" align="alignnone" ] वायरस Image Credit: Freepik[/caption] एपीसी माइक्रोबायोम आयरलैंड के प्रोफेसर जॉन क्रायन ने कहा कि यह देखते हुए कि वाइरोम का स्ट्रक्चर लोगों के बीच काफी अलग-अलग होती है। यह भविष्य में तनाव से जुड़े डिसऑर्डर के लिए लाभ मिल सकता है। यह सभी को मान लेना चाहिए कि सभी वायरस बुरे नहीं होते हैं और वे खासतौर पर तनाव के समय में हमारे पेट में खराब बैक्टीरिया को दूर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। Disclaimer: उपरोक्त जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।


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