Protein Deficiency: शरीर के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्वों में से एक है प्रोटीन. शरीर में 10,000 से ज्यादा प्रोटीन होते हैं. बालों से लेकर पांव तक शरीर के हर हिस्से में प्रोटीन (Protein) होता है. प्रोटीन सेल्स को रिपेयर भी करता है और ग्रोथ और डेवलपमेंट में भी जरूरी होता है. ऐसे में प्रोटीन की कमी (Protein Ki Kami) शरीर को एक नहीं बल्कि कई तरह से प्रभावित करती है. यहां जानिए शरीर को प्रोटीन की भरपूर मात्रा ना मिले या शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाए तो व्यक्ति किन रोगों का शिकार हो सकता है.
प्रोटीन की कमी से कौन से रोग होते हैं
एडेमा
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प्रोटीन की कमी होने पर एडेमा हो सकता है. यह ऐसी दिक्कत है जिसमें त्वचा फूल जाती है और सूजी हुई नजर आने लगती है. एडेमा की दिक्कत तब होती है जब शरीर में बिल्कुल ही प्रोटीन ना हो. एडेमा क्वाशियोर्कर बीमारी के लक्षणों में शामिल है.
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फैटी लिवर
प्रोटीन की कमी से फैटी लिवर (Fatty Liver) की दिक्कत भी हो सकती है. फैटी लिवर में लिवर डैमेज हो सकता है. इसमें लिवर में फैट जमने लगता है जिससे लिवर सही तरह से अपना काम नहीं कर पाता है. लिवर में सूजन भी हो सकती है.
मसल मास कम होना
शरीर का मसल मास कम होना प्रोटीन की कमी से हो सकता है. प्रोटीन की कमी हो जाए तो मसल मास कम होता है, मसल टिशूज का ब्रेकडाउन बढ़ता है और शरीर में कमजोरी आने लगती है.
इम्यूनिटी कम हो जाती है
शरीर की इम्यूनिटी (Immunity) यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने के लिए प्रोटीन की आवश्यक्ता होती है. प्रोटीन की कमी होने पर इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है जिससे शरीर अलग-अलग रोगों का शिकार होने लगता है.
त्वचा, बालों और नाखून की दिक्कतें
प्रोटीन की कमी त्वचा, बालों और नाखून को भी प्रभावित करती है. प्रोटीन की कमी से स्किन की रंगत बदल सकती है, इससे हेयर ग्रोथ नहीं होती, बालों का झड़ना बढ़ सकता है और नाखून खुरदुरे हो जाते हैं.
बच्चों की ग्रोथ रुक जाती है
अगर शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन ना मिले तो इससे बच्चे की ग्रोथ यानी विकास रुक सकता है. इसीलिए बचपन से ही बच्चों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन देना जरूरी है.
कैसे पूरी होगी प्रोटीन की कमी
अंडे - प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए खानपान में अंडे (Eggs) शामिल किए जा सकते हैं. अंडे प्रोटीन के भरपूर स्त्रोत होते हैं.
मूंगफली - शरीर को भरपूर मात्रा में प्रोटीन मिले इसके लिए मूंगफली या पीनट बटर को अपनी डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है.
दालें - दालों में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है. सभी तरह की दालें खाई जा सकती हैं. मूंग से लेकर मसूर और छोले तक शरीर को प्रोटीन देते हैं.
अलसी के बीज - रोजाना भुने हुए अलसी के बीज खाए जा सकते हैं. अलसी के बीज प्रोटीन के अच्छे स्त्रोत (Protein Source) होते हैं.
सोयाबीन - सोया चंक्स, सोयाबीन और सोयामिल्क समेत टोफू जैसे सोया प्रोडक्ट्स प्रोटीन के भरपूर स्त्रोत होते हैं.
ग्रीक योगर्ट - प्रोटीन का इंटेक बढ़ाने के लिए ग्रीक योगर्ट को अपनी डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है. ग्रीक योगर्ट में प्रोटीन के साथ ही कैल्शियम और प्रोबायोटिक्स होते हैं.
किनोआ - कंप्लीट प्रोटीन किनोआ का एक कप शरीर को 8 ग्राम तक प्रोटीन देता है. चावल के बजाय आप किनोआ खा सकते हैं.
दिनभर में कितने प्रोटीन की जरूरत होती है
हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के अनुसार, व्यक्ति को अपने वजन के प्रति किलोग्राम के 0.8 ग्राम तक प्रोटीन की जरूरत होती है. इससे शरीर को रोज की जरूरत का पर्याप्त प्रोटीन मिल जाएगा. उदाहरण के तौर पर यदि किसी 50 वर्षीय महिला का वजन 63 किलो के आस-पास है तो उसे दिनभर में लगभग 50 से 53 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होगी.
अस्वीकरण - इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.