Naso Ki Kamjori Kaise Dur Kare: ज्यादा टेंशन में रहने से, अनहेल्दी खाना खाने से और फिजिकल एक्टिविटी ज्यादा करने से हमारी नसें कमजोर होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में आपको सिरदर्द और मासंपेशियों में दर्द का अनुभव हो सकता है। लंबे टाइम तक तनाव की स्थिति रहने से भी नसों में कमजोरी आती है। नसों की कमजोरी कई बीमारियों का कारण बन सकती है। इस लेख के माध्यम से और हमारे आयुर्वेद डॉ प्रताप चौहानकी जानकारी के आधार पर जान लेते हैं कि नसों की कमजोरी क्या है, इसके कारण, लक्षण और उपचार के साथ-साथ कमजोरी को दूर करने के घरेलू उपाय।
नसों की कमजोरी क्या है
नसों की कमजोरी जो सामूहिक रूप से अलग-अलग नर्व डिसऑर्डर को डिफाइंड करते हैं। कुछ लोगों में शरीर के कुछ हिस्सों में नसों की कमजोरी परमानेंट या टेंपरेरी हो सकती है। नसों की कमजोरी के कारण दिमाग, रीढ़ की हड्डी, अलग-अलग नसों और मांसपेशियों के बीच संबंध डैमेज कर सकता है। किसी भी व्यक्ति में नसों की कमजोरी की परेशानी अचानक या धीरे-धीरे पैदा हो सकती है। नसों की कमजोरी शरीर के किसी भी हिस्सों को प्रभावित कर सकती है।
देखने, स्मेल करने में, स्वाद, सुनने का अनुभव करने की ताकत में कमी
मांसपेशियों की कमजोरी
चलने के दौरान हाथ पैर कांपना
खान पान में इन चीजों से परहेज करें
बासी भोजन न करें।
जंक फूड न खाएं।
ज्यादा चाय और कॉफी का सेवन न करें।
शराब का सेवन कम करें या न ही करें।
मैदा और मैदा से बनी चीजें न खाएं।
नसों की मजबूती के लिए क्या खाएं
ताजी सब्जियां खाएं।
सब्जियों का सूप पिएं।
मलाई, पनीर, देसी घी खाएं।
ड्राई फ्रूट्स में बादाम, अखरोट खाएं।
सबसे जरूरी बात जो भी खाने-पीने की चीजें खाएं, वो घर की बनी चीजों का सेवन करें।
बचाव कैसे करें
हर रोज शरीर में तेल की मालिश करें।(तिल का तेल, सरसों का तेल)
पंचकर्म थेरेपी से भी नसों की कमजोरी दूर होगी।
अश्वगंधा, शंखपुष्पी, ब्राह्मी का सेवन करने से भी नसों की कमजोरी दूर होती है।
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।