रिसर्च में ये खुलासा हुआ
इस अध्ययन के जरिए मांस चाहे पॉल्ट्री का हो या प्रोसेस्ड मीट हो, इनका सेवन डायबिटीज को बढ़ावा दे रहा है। रिसर्च में पाया गया कि जो लोग रोजाना 50 ग्राम प्रोसेस्ड मीट, 100 ग्राम अनप्रोसेस्ड रेड मीट या 100 ग्राम पोल्ट्री मीट का सेवन करते हैं, वे आसानी से डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं। ये भी पढ़ें- Liver Kidney को डिटॉक्स करती हैं सुबह की ये 5 आदतें, अपनाने से स्वस्थ रहेंगे ये अंगइन तीन मांसों पर किया गया अध्ययन
अध्ययन के लिए तीन मांसों की श्रेणी बनाई गई थी, जिनमें ये तीन मांस शामिल हैं: पहला प्रोसेस्ड मीट जैसे- बीफ, पोर्क और भेड़ का बच्चा; दूसरा अनप्रोसेस्ड मीट यानी बेकन, हॉट डॉग और सोसेज, जिनका इस्तेमाल बर्गर, सैंडविच और स्नैक्स में सबसे ज्यादा किया जाता है; और तीसरा प्रकार यानी पोल्ट्री मीट, जिसमें चिकन, टर्की और बत्तख का मांस शामिल है। दुनिया के अधिकतर देशों में इनका सेवन किया जाता है, खासतौर पर रेड मीट, जो बाकी सभी मांस में सबसे ज्यादा हानिकारक माना गया है। [caption id="attachment_832028" align="aligncenter" ]क्यों है रेड मीट ज्यादा घातक?
लाल मांस का सेवन करने से शरीर को डायबिटीज के साथ-साथ कई अन्य प्रकार के नुकसान हो सकते हैं। यह मांस डायबिटीज टाइप- 2 का खतरा सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ा सकता है। रिसर्च के अनुसार, डायबिटीज टाइप-2 के शिकार लगभग 1 लाख मरीज ऐसे हैं जो रेड मीट खाते थे। ये मरीज अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील और मेक्सिको जैसे कई अन्य कई देशों के लोग हैं। यदि आप लाल मांस का प्रोसेस्ड मीट खाते हैं, तो तुरंत इसे खाना छोड़ दें, क्योंकि लाल मांस में पहले से ही डायबिटीज वाले गुण मौजूद होते हैं। इनमें अलग से प्रोसेसिंग के समय केमिकल उत्पादों का उपयोग होगा, तो यह मांस और भी ज्यादा हानिकारक हो जाता है।ये भी पढ़ें- Benefits of Breast Milk: क्या मां का दूध पीने से बढ़ सकता है बच्चे का वजन, जानिए एक्सपर्ट्स की राय
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।