Breast Cancer: कैंसर की बीमारी जितनी सुनने में खतरनाक है, उतना ही गंभीर तब हो जाती है अगर किसी को हो जाए, तो वही इस बीमारी को समझ सकता है। कैंसर की बात हो रही है तो इसमें भी कई तरह के कैंसर शामिल हैं, जिनमें एक है ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी, जिसे महिलाओं में पाया जाता है, लेकिन इससे पुरुष भी शिकार होते हैं। कई महिलाएं ऐसी भी हैं, जिन्हें कैंसर के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं होती है। वैसे तो डिजिटल का जमाना है, हर कोई कहीं से भी इंफॉर्मेशन ले लेता है, लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें कई बीमारियों के बारे में देर से पता चलता है। इनमें बात करें ग्रामीण महिलाओं की तो शिक्षा के अभाव के चलते कईयों को बहुत सी चीजों का देर से पता चलता है।
हालांकि, गांव में अब ज्यादातर सभी एडवांस हैं, लेकिन फिर भी महिलाओं की बात आती है, तो जाहिर सी बात है, कहीं न कहीं जानकारी का अभाव रहता है। अब बात यहां ब्रेस्ट कैंसर की हो रही है, तो कई महिलाएं घर के कामों में इतना उलझी रहती हैं कि खुद के लिए समय नहीं निकाल पाती हैं। इसका परिणाम यही होता है कि अगर वो बीमार भी हो रही हैं, तो ज्यादातर इस चीज को नजरअंदाज कर देती हैं। ब्रेस्ट कैंसर को लेकर महिलाओं में अधिकतरों को नहीं पता चल पाता है कि इस बीमारी की शुरुआत हो गई है या अगर है तो इलाज में देरी कर देती है।
देखा जाए तो दुनिया में ब्रेस्ट कैंसर की दर बढ़ रही है, लेकिन इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है, लेकिन अब जल्दी पता लगाने के लिए एक नया इक्विपमेंट आशा की किरण लेकर आया है। फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी और ताइवान में नेशनल यांग मिंग चियाओ तुंग यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने एक हैंडहेल्ड ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग इक्विपमेंट बनाया है।
लेखक ह्सियाओ-ह्सुआन वान ने कहा कि ये खासकर समुदायों या अस्पतालों में बायोसेंसर ब्रेस्ट कैंसर की जांच पर प्रभाव डाल सकता है।
डिवाइस की पोर्टेबिलिटी, लगभग किसी के हाथ के साइज की, उसकी दोबारा लागू करने के साथ ही मिलकर इसे स्क्रीनिंग के लिए एक अच्छा ऑप्शन बनाती है।