नई दिल्ली: केन्याई लोगों ने मंगलवार को राष्ट्रीय चुनावों में मतदान किया। रायटर्स न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक इसमें राष्ट्रपति पद की दौड़ में सबसे आगे रैला ओडिंगा और विलियम रुटो के क्षेत्रों में मतपत्र केंद्रों पर लंबी कतारें दिखीं। जबकि अन्य जगहों पर उदासीनता और निराशा से मतदान हुआ।
जानकारी के मुताबिक केन्या में राष्ट्रपति, विधायी और स्थानीय चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं जब इसके नागरिक खाद्य कीमतों में वृद्धि और भ्रष्टाचार में वृद्धि पर तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं, बड़ी संख्या में युवाओं ने मतदान के लिए पंजीकरण नहीं कराया है।
मतदान बढ़ेगा
चुनाव आयोग के आंकड़े बताते हैं कई लोग व्यापक असमानता और समस्याओं को ठीक करने के लिए दोनों पक्षों में विश्वास की कमी से तंग आ चुके हैं। राजधानी नैरोबी, गरिसा और नैवाशा के कुछ मतदान केंद्रों पर, पिछले चुनावों की तुलना में लाइनें कम थीं। आगे मतदान बढ़ने की उम्मीद है।
9 साल डिप्टी रहे
चुनाव आयोग की उपाध्यक्ष जुलियाना चेरेरा ने कहा कि दोपहर तक मतदान केवल 30 प्रतिशत से अधिक था। गौरतलब है कि ओडिंगा और रुटो केन्या के जाने-पहचाने चेहरे हैं। 55 वर्षीय रुटो 9 साल के लिए केन्याटा के डिप्टी रहे हैं
हालांकि दोनों अलग हो गए हैं। इसके बजाय, केन्याटा ने 77 वर्षीय वयोवृद्ध विपक्षी नेता ओडिंगा का समर्थन किया।