Nirmala Sitharaman In America: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को वाशिंगटन के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत के मुसलमान पड़ोसी पाकिस्तान के मुस्लिमों से बहुत अच्छा कर रहे हैं। उन्होंने भारत में मुस्लिमों को लेकर चलाए जा रहे नकारात्मक एजेंडे को लेकर पश्चिमी देशों को जमकर आड़े हाथों लिया।
क्या भारत में मुसलमानों की संख्या में कमी आई है?
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आईएमएफ और विश्व बैंक की बैठकों में भाग लेने के लिए एक सप्ताह के अमरीकी दौरे पर हैं। वित्त मंत्री वॉशिंगटन में पीटरसन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटनेशनल इकोनॉमिक्स के एक कार्यक्रम में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने पीआईआईई अध्यक्ष के एडम एस पोसेन ने भारत में विपक्षी दल के सांसदों के सदस्यता गंवाने और भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को लेकर पश्चिमी मीडिया की व्यापक रिपोर्टिंग के बारे में पूछा तो वित्त मंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या भारत में मुसलमानों की संख्या में कमी आई है। क्या आपने भारत में 2014 के बाद से किसी समुदाय की असामान्य रूप से होने वाली मौतें देखी हैं।भारत में हर वर्ग के मुसलमान का हो रहा विकास
वित्त मंत्री ने पाकिस्तान का उदाहरण देते हुए कहा कि पाकिस्तान का जन्म 1947 में हुआ था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने खुद को इस्लामिक देश घोषित कर दिया है। इसके बावजूद वहां कुछ मुस्लिम संप्रदायों का सफाया हो गया है। यह सब कुछ कैसे हुआ? आपको पता लगाना चाहिए। सीतारमण ने कहा कि पाकिस्तान में मुहाजिरों, शिया और हर दूसरा समूह जिसे मुख्यधारा के लोग स्वीकार नहीं करते हैं उनके खिलाफ हिंसा होती है, जबकि भारत में हर वर्ग का मुसलमान अपना व्यवसाय कर रहा है उनके बच्चे शिक्षित हो रहे हैं। सरकार द्वारा ऐसे लोगाें की मदद की जा रही है।---विज्ञापन---
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