Trendingvinesh phogatBangladesh Political CrisisParis OlympicsSawan 2024Bigg Boss OTT 3Aaj Ka RashifalAaj Ka Mausam

---विज्ञापन---

आपके दिमाग को फ्राई कर रहा है आपका स्मार्टफोन! बढ़ते स्क्रीनटाइम के जाल से कैसे निकलें बाहर?

क्या आपका स्मार्टफोन आपका दिमाग खराब कर रहा है? जानिए कैसे ज्यादा स्क्रीन टाइम आपकी याददाश्त, ध्यान और नींद को Affected कर रहा है। न्यूरोसाइंटिस्ट बताते हैं कैसे आप अपने दिमाग की सेहत को वापस पा सकते हैं।

Edited By : Devansh Shankhdhar | Updated: Aug 13, 2024 21:44
Share :
Smartphone Addiction

Smartphone Addiction: आज का युग डिजिटल युग है और स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गए हैं। ये छोटी सी डिवाइस हमें दुनिया से कनेक्ट रखती है, काम आसान बनाती है, और मनोरंजन का जरिया भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये आपकी मानसिक सेहत के लिए कितना खतरनाक हो सकता है?

दिमाग का नशा

हमारे हाथों में हमेशा रहने वाला स्मार्टफोन हमें सोशल मीडिया, मनोरंजन, काम और संचार की दुनिया से जोड़े रखता है। लेकिन इस आसानी की कीमत बहुत भारी पड़ सकती है।

न्यूरोसाइंटिस्टस ने पाया है कि लगातार स्क्रीन पर टकटकी लगाए रखने से हमारा दिमाग ओवरलोड हो जाता है। हर नई नोटिफिकेशन, लाइक या मैसेज हमारे दिमाग में डोपामाइन नाम के केमिकल को रिलीज करता है, जो हमें अच्छा महसूस कराता है। ये एक तरह का छोटा सा खुशी का पैकेट है जिसे हमारा दिमाग पसंद करता है। लेकिन बार-बार इस पैकेट की तलाश में रहने की आदत हमारे दिमाग को नियंत्रित करने लगती है।

यह भी पढ़े:जल्दी जवाब दे जाती है फोन, टैबलेट और लैपटॉप की बैटरी? ये 7 कारण हो सकते हैं जिम्मेदार, ऐसे करें ठीक

दिमाग की ताकत कमजोर हो रही है

ये फोन की लत हमारे दिमाग की ताकत को भी कमजोर कर रही है। जब हम लगातार छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हमारा दिमाग गहरी सोच और समस्या सुलझाने की क्षमता खोने लगता है। इसके अलावा, नींद की कमी भी इस समस्या को बढ़ाती है। स्मार्टफोन की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी हमारे शरीर की नींद के हॉर्मोन को प्रभावित करती है, जिससे हमें नींद पूरी नहीं होती और हम दिन भर थकान महसूस करते हैं।

सोशल मीडिया का कहर

सोशल मीडिया ने तो जैसे इस समस्या को और बढ़ा दिया है। हम दूसरों की परफेक्ट लाइफ देखकर खुद को कमतर आंकने लगते हैं। ये तुलना हमें तनाव, चिंता और डिप्रेशन की ओर धकेलती है। असल जिंदगी में लोगों से मिलना-जुलना कम हो रहा है और हम अपने फोन की दुनिया में खोते जा रहे हैं। ये हमारे रिश्तों को भी प्रभावित करता है।

यह भी पढ़े: Earbuds पर किस वॉल्यूम पर सुने गानें, जानें

क्या करें?

तो क्या अब हमें फोन ही छोड़ देना चाहिए? ऐसा तो नहीं है, लेकिन हमें अपने फोन के इस्तेमाल पर कंट्रोल करना जरूरी है। आप कुछ आसान तरीके अपना सकते हैं, जैसे:

  • डिजिटल डिटॉक्स: दिन में कुछ घंटे फोन से पूरी तरह दूर रहें।
  • स्क्रीन टाइम लिमिट: अपने फोन के इस्तेमाल का समय निर्धारित करें।
  • सोशल मीडिया ब्रेक: सोशल मीडिया से कुछ समय के लिए दूरी बनाएं।
  • मैनुअल चेक: ऑटोमैटिक नोटिफिकेशन बंद करें और खुद से चेक करें।
  • रियल लाइफ कनेक्शन: दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।
  • फिजिकल एक्टिविटी: व्यायाम, योग, या किसी शारीरिक एक्टिविटी में शामिल हों।

अपने फोन का इस्तेमाल समझदारी से करें और अपने दिमाग की सेहत का ख्याल रखें। याद रखें, एक संतुलित जीवन ही खुश और स्वस्थ रख सकता है।

HISTORY

Written By

Devansh Shankhdhar

First published on: Aug 13, 2024 09:44 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें
Exit mobile version