Vodafone idea relief package: कर्ज के संकट से जूझ रही Vodafone Idea (Vi) के लिए सरकार की तरफ से बड़ी राहत की खबर आई है. केंद्र सरकार की कैबिनेट से मंजूरी मिले राहत पैकेज ने कंपनी को फिलहाल बड़ी सांस दी है. सवाल यही है कि क्या यह फैसला Vi को दोबारा मजबूत बना पाएगा या यह सिर्फ कुछ वक्त की राहत साबित होगी.
टेलीकॉम सेक्टर पर बढ़ते दबाव के बीच Vodafone Idea के लिए यह फैसला बेहद अहम माना जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने Vi के लिए प्रस्तावित राहत पैकेज को कैबिनेट से हरी झंडी दे दी है. इस फैसले से कंपनी की नकदी स्थिति में सुधार की उम्मीद है.
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5 साल का मोरेटोरियम
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राहत पैकेज का सबसे बड़ा हिस्सा 5 साल के मोरेटोरियम की मंजूरी है. इसका मतलब है कि Vodafone Idea को अगले पांच साल तक अपने बड़े बकायों का भुगतान नहीं करना होगा. इससे कंपनी पर बना भारी कैश फ्लो का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा, जो अब तक उसकी सबसे बड़ी परेशानी रही है.
AGR बकाया फ्रीज, 2031 से होगा भुगतान
सरकार ने AGR यानी एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू बकाया को भी पांच साल के लिए फ्रीज करने का फैसला किया है. इस दौरान न तो ब्याज का बोझ बढ़ेगा और न ही किसी तरह का नया भुगतान दबाव बनेगा. Vodafone Idea को अब AGR का भुगतान 2031 से शुरू करना होगा, जिससे कंपनी को खुद को संभालने का समय मिलेगा.
नेटवर्क और सर्विस सुधार का मिलेगा मौका
AGR राहत से Vi को नेटवर्क अपग्रेड, सर्विस क्वालिटी सुधार और बिजनेस को फिर से पटरी पर लाने का वक्त मिलेगा. लंबे समय से निवेश की कमी से जूझ रही कंपनी के लिए यह समय बेहद अहम माना जा रहा है. मार्केट जानकारों का मानना है कि यह राहत बड़ी जरूर है, लेकिन शेयर में स्थायी तेजी तभी आएगी जब कंपनी अपने बिजनेस मॉडल और ऑपरेशंस में ठोस सुधार दिखाएगी.
83,400 करोड़ का AGR बोझ बना चुनौती
Vodafone Idea पर AGR बकाया लंबे समय से भारी बोझ बना हुआ है. कंपनी पर कुल AGR देनदारी करीब 83,400 करोड़ रुपये है. मार्च 2025 से हर साल करीब 18,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना था, जिसे कंपनी के लिए संभाल पाना मुश्किल हो रहा था. कंपनी पहले ही साफ कर चुकी है कि बिना बड़े फंडिंग सपोर्ट के उसका टिके रहना मुश्किल है. बैंकों की तरफ से भी कमजोर वित्तीय हालत के चलते कर्ज देने में झिझक देखी जा रही थी.
सुप्रीम कोर्ट से मिली थी कानूनी राहत
हाल के महीनों में Vodafone Idea को कुछ कानूनी राहत भी मिली. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को FY17 तक के सभी बकायों की समीक्षा और रिकंसिलिएशन की अनुमति दी थी, जिसमें ब्याज और जुर्माना भी शामिल है. इसे कंपनी के लिए सकारात्मक संकेत माना गया.
Vodafone Idea के पास करीब 1.98 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं और कंपनी सीधे तौर पर 18,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार देती है. ऐसे में AGR राहत सिर्फ Vi के लिए नहीं, बल्कि पूरे टेलीकॉम सेक्टर की स्थिरता के लिए अहम मानी जा रही है.
शेयर की चाल और बाजार की नजर
हाल के महीनों में Vodafone Idea के शेयर ने अच्छी रिकवरी दिखाई है. अगस्त में 6.12 रुपये के 52-वीक लो से शेयर बढ़कर 12.36 रुपये तक पहुंचा. एक महीने में करीब 25% और छह महीनों में 66% से ज्यादा की तेजी देखी गई है.
कुल मिलाकर कैबिनेट से मिली यह मंजूरी Vodafone Idea के लिए संभावित गेम चेंजर साबित हो सकती है. हालांकि चुनौतियां अभी खत्म नहीं हुई हैं. अब बाजार की नजर इस पर होगी कि Vi इस राहत का इस्तेमाल कैसे करती है क्या वह फंड जुटा पाती है, नेटवर्क में निवेश बढ़ाती है और ग्राहकों का भरोसा दोबारा जीत पाती है या नहीं.
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