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इन्वर्टर से नहीं चलता Inverter AC, लेकिन इससे होती है लाइट की बचत, जानिए क्या है यह तकनीक

Inverter AC vs Non-inverter AC Difference: गर्मियों का मौसम आ चुका है, अभी से तेज गर्मी को देखते हुए लोगों ने कूलर और एसी खरीदने शुरू कर दिए हैं। परन्तु क्या आपने ध्यान दिया है कि इन दिनों मार्केट में इन्वर्टर और नॉन-इन्वर्टर एसी मिल रहे हैं। बहुत से लोग जो पहली बार एयरकंडीशनर खरीद […]

Inverter AC vs Non-inverter AC Difference: गर्मियों का मौसम आ चुका है, अभी से तेज गर्मी को देखते हुए लोगों ने कूलर और एसी खरीदने शुरू कर दिए हैं। परन्तु क्या आपने ध्यान दिया है कि इन दिनों मार्केट में इन्वर्टर और नॉन-इन्वर्टर एसी मिल रहे हैं। बहुत से लोग जो पहली बार एयरकंडीशनर खरीद रहे हैं, वे जानकारी के अभाव में सोचते हैं कि इन्वर्टर एसी लाइट जाने पर भी काम करता रहेगा। हालांकि यह गलत है। एक्सपर्ट्स के अनुसार एसी वस्तुत: दो प्रकार के होते हैं। स्पिलिट और विंडो एसी। स्पिलिट एसी दीवारों पर लगाया जाता है जिसमें दो अलग-अलग मशीनों को जोड़ा जाता है। इसी प्रकार विंडो एसी एक ही मशीन होता है जिसे विंडो में सेट किया जाता है। दोनों ही पावर एफिशिएंट होते हैं और अच्छी क्षमता से काम करते हैं। यह भी पढ़ें: Smartphone Tips: अपने फोन में करें ये सेटिंग्स, पुराना फोन भी iPhone 14 से तेज भागेगा स्पिलिट एसी और विंडो एसी में सबसे बडा़ फर्क यह आता है कि स्पिलिट एसी इन्वर्टर और नॉन-इन्वर्टर दोनों मॉडल्स में मिलता है। जबकि विंडो एसी केवल नॉन-इन्वर्टर ही आता है। यहां पर आपको बता दें कि इन्वर्टर एसी का घर में लगाए जाने वाले इन्वर्टर से कोई लेना-देना नहीं होता है। वरन यह पूरी तरह से अपने आप में अलग है।

क्या होता है इन्वर्टर एसी (Inverter AC)

दरअसल यह एक तकनीक होती है। इस तकनीक के तहत एयरकंडीशनर में कंप्रेसर, रोटर तथा पावर करेंट को कंट्रोल करने के लिए एक कंट्रोलर का प्रयोग किया जाता है। यह एसी ऑटोमैटिकली रुम टेम्परेटर के हिसाब से एडजस्ट होता रहता है। रुम टेम्परेचर अधिक होने पर एसी ज्यादा कूलिंग पावर से काम करता है जबकि टेम्परेचर कम होने पर कम कूलिंग पावर काम आती है। इस तरह इसमें लाइट की बचत होती है। यह भी पढ़ें: सर्दियों में हीटर नहीं इंफ्रारेड लैंप काम लें, बिजली का बिल आधा आएगा, गर्मी भी होगी ज्यादा नॉन-इन्वर्टर एसी में यह तकनीक नहीं होती है। उसे मैनुएली आप जिस भी तापमान पर सेट कर देंगे, यह उसी तापमान पर लगातार चलता रहेगा। इसे रुम के टेम्परेचर से कोई मतलब नहीं होता है। इस तरह यह लगातार एक जैसी कूलिंग पावर काम में लेता है जिसकी वजह से लाइट का बिल ज्यादा आता है। सबसे बड़ी बात नॉन-इन्वर्टर एयरकंडीशन इन्वर्टर एसी से सस्ता भी आता है। यदि आप दिन में अधिकतर समय एसी चलाते हैं तो आपको इन्वर्टर एसी खरीदना चाहिए। यह खरीदने में थोड़ा महंगा आता है लेकिन इलेक्ट्रिसिटी बिल की बचत करता है।
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