कर्नाटक सरकार ने हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया को कर्नाटक सोप्स एंड डिटर्जेंट्स लिमिटेड यानी KSDL का नया ब्रांड एंबेसडर बनाया है, जो मशहूर मैसूर सैंडल सोप बनाता है। यह घोषणा 22 मई को की गई थी, लेकिन इसके बाद से ही विवाद शुरू हो गया,कई लोगों ने इस पर सवाल उठाए हैं।
सरकार के मुताबिक, तमन्ना अगले दो साल और दो दिन तक ब्रांड एंबेसडर रहेंगी और उन्हें इसके लिए 6.2 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। सरकार का कहना है कि इससे ब्रांड की छवि बदलेगी और उसे नए बाजार मिलेंगे। हालांकि, कई लोग इससे सहमत नहीं हैं और इसका विरोध कर रहे हैं।
कन्नड़ संगठनों और आम लोगों का विरोध
हिंदू के रिपोर्ट के मुताबिक, युवा कर्नाटक वेदिके नाम के संगठन ने 23 मई को बेंगलुरु में KSDL की फैक्ट्री के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि सरकार ने कन्नड़ विरोधी फैसला लिया है। प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि जब ये ब्रांड बिना किसी सेलिब्रिटी के पहले ही 400 करोड़ रुपये का मुनाफा कमा रहा है, तो अब करोड़ों खर्च करके एक एक्ट्रेस को क्यों लाया गया? उन्होंने मांग की कि सरकार यह फैसला वापस ले और कन्नड़ संस्कृति से जुड़े कलाकारों को मौका दे।
कर्नाटक रक्षणा वेदिके यानी KRV ने भी इस फैसले को गलत बताया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कई टैलेंटेड और फेमस कन्नड़ एक्ट्रेस हैं जो इस ब्रांड का चेहरा बन सकती थीं और जनता से जुड़ भी सकती थीं। लेकिन सरकार ने एक बॉलीवुड स्टार को चुना, जिससे ऐसा लग रहा है कि कर्नाटक की पहचान को नजरअंदाज किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर भी इस फैसले की आलोचना हो रही है। किसी ने लिखा, "इस साबुन का अपना इतिहास और ग्राहक हैं। तमन्ना भाटिया क्या नया लाएंगी?" एक और यूजर ने पूछा, "क्या कन्नड़ इंडस्ट्री में अच्छी एक्ट्रेस नहीं हैं?" किसी और ने कहा, "नंदिनी दूध बिना किसी बड़े स्टार के बिकता है, तो फिर मैसूर सैंडल साबुन को क्यों स्टार चाहिए?
सरकार का रिएक्शन
इन आरोपों के जवाब में कर्नाटक के उद्योग मंत्री एम.बी. पाटिल ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि हम कन्नड़ भाषा और संस्कृति का सम्मान करते हैं , लेकिन ये फैसला ब्रांड को बिजनेस के नजरिए से आगे ले जाने के लिए लिया गया है। उन्होंने बताया कि KSDL का लक्ष्य 2028 तक 5,000 करोड़ रुपये का टर्नओवर हासिल करना है और इसके लिए एक बड़ी रणनीति पर काम हो रहा है।
मंत्री ने X पर लिखा कि तमन्ना को उनके देशभर में फैन बेस, सोशल मीडिया पर मौजूदगी और युवाओं से जुड़ाव के कारण चुना गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रांड एंबेसडर का चुनाव सिर्फ लोकप्रियता से नहीं, बल्कि उनकी उपलब्धता, ब्रांड से मेल और मार्केटिंग असर को देखते हुए किया जाता है।
यह बात भी ध्यान देने वाली है कि तमन्ना भाटिया ने अपना करियर साउथ इंडियन फिल्मों से बनाया है और तमिल-तेलुगु इंडस्ट्री में वह काफी मशहूर हैं। उन्होंने 2005 में हिंदी फिल्म चांद सा रोशन चेहरा से डेब्यू किया और फिर साउथ की फिल्मों में कई हिट रोल किए।
ये भी पढ़ें- क्या ‘खलनायक’ के सीक्वल में फिर दिखेगी माधुरी दीक्षित और संजय दत्त की जोड़ी? डायरेक्टर सुभाष घई ने किया खुलासा