राम्से हंट सिंड्रोम एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है, जिसके कारण चेहरे पर पैरालिसिस और सुनने की क्षमता कम हो जाती है। बीबर को इस बीमारी का सामना करना पड़ा और इसके चलते 2023 में उन्होंने अपनी 'जस्टिस वर्ल्ड टूर' के ज्यादातर शो रद्द कर दिए थे। हालांकि अब जब उनके खर्चे उनकी आय से कहीं ज्यादा बढ़ गए हैं, तो वो संगीत दौरे को फिर से शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं। 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की खबर की मानें तो एक सूत्र के मुताबिक, 'जस्टिन को इनकम के लिए दौरे की जरूरत हो सकती है, लेकिन उनकी बीमारी के कारण घूम-घूम कर शोज करना बहुत मुश्किल हो सकता है।'
जस्टिन बीबर की वित्तीय स्थिति उनकी जीवनशैली, स्वास्थ्य समस्याओं और कोई काम ना कर पाने के कारण बिगड़ी है। 2021 के बाद से उन्होंने ज्यादा नया गाना नहीं बनाया, जिससे उनके फैंस से उनका जुड़ाव भी कम हुआ है। सूत्रों की मानें तो, 'वो बिना अपने बैंक बैलेंस की चिंता किए खर्च करते हैं', जो उनकी इस हालत के लिए कहीं ना कहीं जिम्मेदार है।
जस्टिन बीबर को चुकाने हैं पैसे
रिपोर्ट्स के मुताबिक जस्टिन ने साल 2022 में अपने संगीत कैटलॉग को 200 मिलियन डॉलर में हिप्नोसिस सॉन्ग्स फंड को बेच दिया था। फिर भी उनके ऊपर कैलिफोर्निया के 16.6 मिलियन डॉलर के मकान का 380,349 डॉलर का बकाया लोन है।
इस वित्तीय संकट के बीच जस्टिन बीबर अब अपने पूर्व मैनेजर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहे हैं। जस्टिन ने आरोप लगाया है कि उनके पूर्व प्रबंधकों ने उनकी 300 मिलियन डॉलर के संपत्ति का गलत यूज किया।
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