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जेल में काटी रातें… 8 साल देखने को नहीं मिला कैमरा, पत्नी के पैसे पर पला परिवार; मुश्किल भरा रहा ‘मिर्जापुर के किंग’ का सफर

Pankaj Tripathi: पंकज त्रिपाठी ने कामयाबी हासिल करने से पहले कई मुश्किल भरे हालातों का सामना किया है। कभी बेरोजगारी देखी, तो कभी उन्होंने जेल की हवा खाई है।

पंकज त्रिपाठी की जिंदगी में आए कई उतार-चढ़ाव। (Photo Credit- X)

Pankaj Tripathi: 'मिर्जापुर' के किंग को आज कौन नहीं जानता? पंकज त्रिपाठी के लाखों चाहने वाले हैं। उनकी फैन फॉलोइंग पिछले कुछ सालों से तेजी से बढ़ती जा रही है। आज पंकज त्रिपाठी को 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'सेक्रेड गेम्स', 'स्त्री', 'मिमी', 'क्रिमिनल जस्टिस', 'OMG 2', 'मसान', 'मेट्रो इन दिनों' और 'फुकरे रिटर्न्स' जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। पंकज त्रिपाठी को 2 नेशनल अवार्ड्स से नवाजा जा चुका है। हालांकि, उनके लिए कामयाबी की सीढ़ी चढ़ना इतना आसान नहीं रहा। उन्होंने इस शानदार करियर को बनाने से पहले खूब पापड़ बेले हैं। भले ही वो फूटपाथ पर नहीं सोए, लेकिन उन्होंने जेल में कई रातें जरूर काटी हैं।

जब जेल गए थे पंकज त्रिपाठी

जब पंकज त्रिपाठी 12वीं क्लास में थे, तो उन्होंने 'अंधा कुआं' नाम का प्ले देखा और उनके आंसू निकल आए। इसके बाद उनकी एक्टिंग में दिलचस्पी जागी। इसके बाद उन्होंने ऐसी जगह ढूंढनी शुरू की, जहां वो फ्री में एक्टिंग सीख सकें क्योंकि वो एक गरीब परिवार से आते थे। इसके बाद उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के बारे में पता चला, जिसके लिए बस ग्रेजुएशन करना जरूरी थी। पंकज त्रिपाठी कॉलेज के दिनों में भाजपा के कैंपस विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में शामिल हो गए थे। साथ ही स्टूडेंट्स के एक आंदोलन में उन्होंने हिस्सा लिया था। जिसकी वजह से उन्हें एक हफ्ते जेल में बंद कर दिया गया था। जेल में एक्टर की पिटाई तक हुई थी।

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8 साल नहीं मिला काम

एक वक्त था जब पंकज त्रिपाठी काम के लिए तरस रहे थे। वो अपने फोन को ऐसी जगह रखते थे, जहां सबसे ज्यादा नेटवर्क आता हो, ताकि वो किसी कास्टिंग कॉल को मिस न कर दें। हालांकि, साल 2004 से 2012 के बीच में उन्होंने सिर्फ बेरोजगारी देखी है। पंकज त्रिपाठी इन 8 सालों में कैमरा तक देखने को तरस गए थे।

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पत्नी ने अकेले चलाया घर

पंकज त्रिपाठी शादी के बाद पत्नी मृदुला के साथ मुंबई आ गए थे और काम की तलाश कर रहे थे। जबकि मृदुला के पास टीचर की नौकरी थी। ऐसे में पंकज काम ढूंढते थे और उनकी पत्नी घर की सारी जिम्मेदारियां उठती थीं। काफी समय तक पत्नी ने ही उनका घर चलाया था। दोनों के बीच तय हुआ था कि जब पंकज कमाने लगेंगे तो पत्नी काम छोड़कर आराम करने लगेंगी। वहीं, आज ये कपल खुशहाल जिंदगी बिता रहा है। दोनों की तपस्या और कड़ी मेहनत रंग ले ही आई है।


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