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Javed Akhtar के बोल: जो शायरी नहीं जानते वो हिंदू-मुस्लिम करते हैं…

Jaipur Literature Festival 2025: गुलाबी शहर जयपुर में पांच दिवसीय जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल यानी जेएलएफ का आगाज हो चुका है। इस इवेंट में हिंदी सिनेमा के मशहूर गीतकार और साहित्यकार जावेद अख्तर ने ज्ञान सीपियां सेशन में मातृभाषा को बढ़ाने को लेकर जोर दिया।

Jaipur Literature Festival 2025
केजे श्रीवत्सन, जयपुर Jaipur Literature Festival 2025: आज यानी 30 जनवरी को गुलाबी शहर जयपुर में पांच दिवसीय जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल यानी जेएलएफ का आगाज हो चुका है। यह18वां एडिशन है जिसमे देश-विदेश के करीब 600 से ज्यादा साहित्यकार, विचारक, नोबल और बुकर पुरस्कार विजेता साहित्यकार भाग ले रहे हैं। इस इवेंट में हिंदी सिनेमा के मशहूर गीतकार और साहित्यकार जावेद अख्तर ने ज्ञान सीपियां सेशन में मातृभाषा को बढ़ाने को लेकर जोर दिया। आइए जानते हैं कि जावेद ने क्या कहा?

फासिज्म पर बोले जावेद अख्तर

जेएलएफ में जावेद ने कहा कि अंग्रेजी के साथ-साथ मातृभाषा का भी विकास होना जरूरी है, जिससे सही तरीके से विचार लोगों तक पहुंच सके। उन्होंने फासिज्म पर चर्चा में कहा कि जो शायरी नहीं जानते वो हिंदू-मुस्लिम करते हैं। अख्तर ने कहा कि एक भी ऐसा फासिस्ट मुल्क नहीं जहां शायर हुए हों। [caption id="attachment_1048006" align="alignnone" ] Jaipur Literature Festival 2025[/caption]

जेएलएफ का 18वां एडिशन

मातृभाषा पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि सभी अंग्रेजी मीडियम में बच्चों को पढ़ा रहे हैं, वे अंग्रेजी की जरूरत से इनकार नहीं कर रहे हैं, लेकिन अगर अपनी मातृभाषा से कट जाएंगे तो यह ठीक नहीं है। बता दें कि जेएलएफ का ये 18वां एडिशन है और इस साल दुनियाभर से इसमें 600 स्पीकर्स शामिल हो रहे हैं। इस साहित्यिक मंच पर कई लेखकों की बुक भी लॉन्च होगी। [caption id="attachment_1048004" align="alignnone" ] Jaipur Literature Festival 2025[/caption]

अकबर और तुलसीदास पर चर्चा

सेशन में अकबर-तुलसीदास और रहीम दास पर चर्चा पर भी चर्चा हुई। इस चर्चा के दौरान अख्तर ने बड़ा बयान दिया कि जिसको अपने ही होने पर शक है वह दूसरे की क्या तारीफ करेगा? जावेद अख्तर ने कहा कि तारीफ वह कर सकता है जिसके मन में शांति है, जिनको खुद पर ऐतबार है जिनको खुद पर ऐतबार नहीं वह दूसरे की तारीफ नहीं कर सकता। जावेद अख्तर ने कहा कि जैसे 7 सुरों से हमारा संगीत बना है वैसे दोहों से ही हमारा साहित्य भी बना है।

अतुल तिवारी ने की जावेद की तारीफ

जेएलएफ में सेशन मॉडरेटर अतुल तिवारी ने जावेद अख्तर कि तारीफ करते हुए कहा कि जावेद साहब बिना टेलीप्रॉम्पटर के भी बोल सकते हैं। ऐसा नहींं है कि टेलीप्रॉम्पटर बंद हो जाए, तो ये बोलना बंद कर दें। जैसे आज-कल के लोग कर बंद हो जाते हैं। इस पर जावेद अख्तर ने अतुल तिवारी से कहा कि आप मेरे दोस्त हैं इसलिए मैं नहींं पूछूंगा कि कौन बंद हो जाता है? अगर आपने नाम बोल दिया तो फिर आप बंद हो जाएंगे। जावेद अख्तर ने कहा कि शब्द का इस्तेमाल बहुत सोच समझकर करें। एक शब्द का एक ही मतलब होता है। यह भी पढ़ें- क्या Arjun Kapoor को मिस कर रहीं Malaika Arora? ताजा पोस्ट से मिला हिंट


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