Happy Birthday Arshad Warsi:माता-पिता के जाने के बाद पेट पालना भी हो गया था मुश्किल, पढ़ाई छोड़ बने सेल्समैन
Happy Birthday Arshad Warsi: फिल्म मुन्नाभाई का सर्किट यानी अरशद वारसी आज यानी 19 अप्रैल को अपना 55वां जन्मदिन मना रहे हैं। अरशद अपनी दमदार एक्टिंग के चलते घर घर में नाम कमा चुके हैं। शायद ही ऐसा कोई हो जो अरशद वारसी को न जानता हो। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत महेश भट्ट की फिल्म 'काश' में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर की थी।
इसके बाद अरशद ने साल 1993 में रिलीज हुई फिल्म 'रूप की रानी चोरो का राजा' का एक गाना भी कोरियोग्राफ किया था। लेकिन आपको बता दें कि अरशद की किस्मत में तो कुछ और ही लिखा था फिर क्या आखिरकार उन्हें साल 1996 में फिल्म 'तेरे मेरे सपने में हीरो का रोल मिल गया और उसके बाद अरशद ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और सफलता की सीढ़ी चढ़ते चले गए।
बचपन में ही सिर से उठ गया था माता-पिता का साया
अरशद वारसी हमेशा हंसते मुस्कुराते रहते हैं लेकिन उस हंसते-मुस्कुराते चेहरे के पीछे कितने गम छिपे हैं ये तो सिर्फ अरशद ही जानते हैं। दरअसल बहुत छोटी सी उम्र में अरशद के माता-पिता ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। पिता के चले जाने के बाद 10वीं के बाद ही उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा और जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए सेल्समैन की नौकरी करनी पड़ी। तो चलिए आज उनके बर्थडे पर हम आपको उनकी कॉमेडी फिल्मों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आज भी दर्शक देखना पसंद करते हैं।
मुन्ना भाई' का सर्किट
आज अरशद वारसी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। जब भी सर्किट का नाम आता है आंखों के सामने अरशद वारसी का हंसता हुआ चेहरा आ जाता है। 'मुन्ना भाई' सीरीज में सर्किट का रोल प्ले करने वाले अरशद संजय दत्त के ऑनस्क्रीन दोस्त थे। फिल्म इतनी हिट रही थी कि फिल्म के मुन्ना और सर्किट के कैरेक्टर को बच्चा-बच्चा कॉपी करने लगा। हालांकि अरशद ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया थी लेकिन मुन्ना भाई के 'सर्किट' के रूप में उन्हें जो पहचान मिली वो कभी न खोने वाली थी।
जॉली एलएलबी का जगदीश त्यागी उर्फ जौली
अरशद की हर फिल्म दमदार होती है लेकिन बात 'जॉली एलएलबी' की करें तो वो फिल्म बॉलीवुड की सबसे रियलिस्टिक फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में अरशद वारसी के साथ सौरभ शुक्ला, बोमन ईरानी और अमृता राव भी नजर आए थे। लेकिन फिल्म की कहानी जगदीश त्यागी उर्फ जॉली के इर्द-गिर्द ही घूमती रहती है,जो मेरठ का एक छोटा सा वकील है। इस फिल्म से अरशद वारसी ने साबित कर दिया है कि जब कॉमेडी की बात आती है अरशद जैसा कोई नहीं।
धमाल का आदित्य
कॉमेडी की बात करें तो फिल्म धमाल का कोई जवाब नहीं। फिल्म में संजय दत्त, रितेश देशमुख, जावेद जाफरी के साथ अरशद की प्रमुख भूमिका थी। उन्होंने अपनी कॉमेडी से दर्शकों का दिल जीत लिया और फिल्म को 2007 में बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता मिली।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world
on News24. Follow News24 and Download our - News24
Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google
News.