नवीन सिंह भारद्वाज,Shaitaan Movie Review: बात जब हिंदी फिल्मों की होती है, तो इनमें रोमांस, एक्शन, कॉमेडी और हॉरर ना हो ऐसा तो बहुत मुश्किल है। हालांकि जब कोई फिल्म बनीं ही हॉरर जॉनर पर हो, तो फिर उसमें डर का होना भी लाजमी है। आज यानी 8 मार्च को अजय देवगन और आर माधवन की जोड़ी पहली बार बड़े पर्दे पर नजर आई। हिंदी सिनेमा ने हॉरर बेस्ड कई फिल्में बनाई हैं, लेकिन अब एक बार फिर से लंबे टाइम के बाद बॉलीवुड ने लोगों के मन में 'डर' का खौफ लाने की सोची, लेकिन सवाल ये है कि क्या ये फिल्म सच में लोगों के मन में डर जगा पाई? क्या थिएटर्स में 'शैतान' का 'काला जादू' चला? तो आइए आपको बताते हैं...
कहानी
पहले बात फिल्म की कहानी की कर लेते हैं, एक फैमिली से फिल्म की शुरुआत होती है और बेहद प्यारा हंसता-खेलता परिवार, जिसमें कबीर (अजय देवगन), उनकी वाइफ ज्योति (ज्योतिका), बेटी जाह्नवी (जानकी बोड़ीवाल) और बेटे ध्रुव (अंगद राज) हैं। ये फैमिली अपने फार्म हाउस पर छुट्टियों के लिए जाती हैं। जब कबीर अपनी फैमिली के साथ ढाबे पर खाना खाने रुकता है, तो वहां उसकी मुलाकात होती है वनराज (आर माधवन) से।
हंसते-खेलते परिवार में उथल-पुथल
इस दौरान विलेन बने (आर माधवन) यानी वनराज कबीर की बेटी को एक लड्डू खिला देता है, जिसके बाद कबीर की बेटी वनराज के वश में हो जाती है। इसके बाद कबीर अपने परिवार के साथ फार्म हाउस पर चला तो जाता है, लेकिन वहां ज्योति को गेट पर नजर आता है... वनराज। वनराज को देखने के बाद कैसा होता है ज्योति का रिएक्शन, आखिर क्यों वनराज, कबीर के फार्म हाउस पर नजर आता है? ऐसा क्या है, जिससे एक हंसते-खेलते परिवार में उथल-पुथल मच जाती है। अब ये जानने के लिए तो आपको थिएटर का रुख करना होगा।
डायरेक्शन और राइटिंग
विकास बहल ने फिल्म का डायरेक्शन किया है। डायरेक्शन के मामले में तो विकास ने खूब मेहनत की है और उनका काम दिखता भी है, लेकिन फिल्म की कमजोर कहानी, उनके काम में सबसे बड़ी खामी दिखाती है। वहीं, राइटिंग की बात करें तो आमील कियान खान और कृष्णदेव याग्निक ने इसे लिखा है। फिल्म 'शैतान' की कहानी शुरू में तो थोड़ी जमती है, लेकिन धीरे-धीरे ये बोर करने लगती है। तो अब अगर 'डर' की बात करें तो हॉरर थ्रिलर के नाम पर इस फिल्म में 'डर' का नामो-निशान भी नहीं है और ये इस फिल्म का सबसे माइनस पॉइंट है।
एक्टिंग
फिल्म शैतान में अजय देवगन और आर माधवन के अलावा कई और शानदार कलाकार भी हैं, जैसे ज्योतिका फिल्म की मजबूत कड़ी हैं। विलेन बने माधवन की एक्टिंग लोगों का दिल जीतने में कामयाब रही हैं और जानकी बोड़ीवाल ने अजय की बेटी के तौर पर बेहद कमाल का काम किया है। शैतान को 2.5 स्टार।