Pakistan Airline PIA Sold: लंबे समय से कर्ज में डूबी हुई पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) आखिरकार बिक गई. इसे पाकिस्तान के एक बिजनेसमैन ने खरीदा है, जिसका नाम है आरिफ हबीब. पाकिस्तान की ये सरकारी एयरलाइन्स सालों से लॉस में चल रही थी. बेलआउट और नाकाम प्राइवेटाइजेशन के बाद, अब इसे आरिफ हबीब कंसोर्टियम ने 135 बिलियन रुपये की बोली लगाकर खरीद लिया है. वैसे देखा जाए तो नेशनल कैरियर का अधिग्रहण हबीब का एविएशन सेक्टर में पहला कदम है. उनके कंसोर्टियम, जिसमें लेक सिटी होल्डिंग्स और फातिमा फर्टिलाइजर शामिल हैं, ने PIA के फ्लीट और इंटरनेशनल नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए पांच सालों में 80 बिलियन रुपये के निवेश का वादा किया है.
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जानिये कौन है आरिफ हबीब (Who is Arif Habib)
आरिफ हबीब (Arif Habib), 72 साल के पाकिस्तानी बिजनेसमैन हैं और उन्होंने साल 1970 में कराची स्टॉक एक्सचेंज में एक ब्रोकर के तौर पर अपना सफर शुरू किया था. शुरुआत भले ही छोटी थी लेकिन 50 साल में आरिफ ने धीरे-धीरे एक लोकल ब्रोकरेज को एक मल्टीबिलियन-डॉलर के ग्रुप, आरिफ हबीब कॉर्पोरेशन लिमिटेड (AHCL) में बदल दिया.
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अपनी कॉन्ट्रैरियन स्ट्रैटेजी के लिए मशहूर, हबीब फाइनेंशियल संकट के दौरान मुश्किल में फंसी या सरकारी कंपनियों की प्रॉपर्टी खरीदने और उन्हें मुनाफे में लाने में माहिर हैं. आरिफ हबीब कराची स्टॉक एक्सचेंज के चेयरमैन भी हैं. इसके अलावा सेंट्रल डिपॉजिटरी कंपनी (CDC) के फाउंडर हैं. वह पाकिस्तान के सबसे अमीर लोगों की सूची (pakistan richest list) में भी शामिल हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार आरिफ हबीब की नेटवर्थ 500 मिलियन डॉलर है.
भारत से हबीब का रिश्ता
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में ये बताया गया है कि भारत पाकिस्तान बंटवारे से पहले आरिफ हबीब का परिवार भारत के गुजरात में रहता था. उनके माता-पिता यहां चाय के कारोबारी थे. साल 1948 में बंटवारे के बाद उनका पूरा परिवार पाकिस्तान चला गया. आरिफ हबीब का जन्म कराची में हुआ था. उस वक्त उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कुछ ठीक नहीं थी. इसलिए उन्होंने 10वीं की पढ़ाई करने के बाद ही काम शुरू कर दिया था. 1970 में उन्होंने अपने भाई के साथ ब्रोकरेज का बिजनेस शुरू किया था.