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नौकरी छोड़कर शुरू करना चाहते हैं बिजनेस? इंस्पायर करेगी अभिजीत जावेरी की कहानी

Success Story: किसी भी बिजनेस की सफलता के लिए रिस्क लेना पड़ता है, तभी जीवन में कुछ बड़ा कर पाते हैं। अभिजीत जावेरी ने भी ऐसे ही रिस्क पर अपना बिजनेस शुरू किया था। नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने एक बड़ी कंपनी बनाकर एक मिसाल पेश की है।

Success Story: रोजगार के लिए युवा विदेशों में अच्छी नौकरी की तलाश में रहते हैं, ताकि वह अपना फ्यूचर सिक्योर कर सकें। एक बार विदेश में अच्छी नौकरी मिलने के बाद उसको छोड़कर अपना काम शुरू करने का हर कोई रिस्क नहीं लेता है। लेकिन अभिजीत जावेरी की कहानी बाकियों से थोड़ी अलग है। उन्होंने यूनाइटेड स्टेट्स में इंटीग्रेटेड सिस्टम मैनेजमेंट में अच्छी सैलरी वाली नौकरी के साथ अपना करियर शुरू किया। लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़कर एक खुद का बिजनेस शुरू करने का रिस्क लिया।

इंस्पायर करेगी जावेरी की कहानी

अभिजीत जावेरी को यूनाइटेड स्टेट्स में एक बेहतरीन नौकरी का मौका मिला। वहां पर उनको इंटीग्रेटेड सिस्टम मैनेजमेंट में एक मोटी सैलरी वाली नौकरी मिली। लेकिन उस नौकरी में जावेरी को अपना भविष्य नजर नहीं आया। इसके लिए उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने नौकरी छोड़कर भारत में बेहतर अवसर तलाशना शुरू किया। इसी कड़ी में 2002 में अभिजीत ने गुजरात में कैरियर मोजेक नाम की कंपनी की स्थापना की। इस कंपनी का उद्देश्य विदेश में हायर एजुकेशन के अवसर चाहने वाले छात्रों को ईमानदार और सटीक मार्गदर्शन दिया जाता है। ये भी पढ़ें: Success Story: उधार लेकर खड़ा किया 1600 करोड़ का एम्पायर; जानिए ऋचा कर की कहानी

मुश्किलों के बाद बनाई अपनी जगह

कनेक्टिकट में अपने मास्टर प्रोग्राम की पढ़ाई के दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सोर्सिंग कंसल्टेंसी पर केंद्रित एक परियोजना की शुरुआत की। जावेरी को इस समय तक ये पता चल चुका था कि अमेरिका में पढ़ाई और बसने के इच्छुक भारतीय छात्रों की जरूरत क्या हैं। इसके लिए उन्होंने काम शुरू किया, लेकिन इस दौरान जावेरी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान इस कंपनी के सामने भारत में वीजा और COVID-19 जैसी महामारी जैसी चुनौतियां थी। लेकिन सभी परिस्थितियों में  जावेरी मजबूती के साथ खड़े रहे। आज ये कंपनी बड़ी यूनिवर्सिटीज के साथ मिलकर काम कर रही है। जिसका लक्ष्य नए बाजारों में प्रवेश करना, विस्तार करना और दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका से अपने अंतर्राष्ट्रीय छात्र जनसंख्या में विविधता (Diversity) लाना है। आपको बता दें कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 150 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था। टाइम्स नाउ के मुताबिक, अभिजीत जावेरी महात्मा गांधी के कहे शब्दों पर चलते हुए कहते हैं कि वह बदलाव खुद बनो जो तुम देखना चाहते हो। अपने काम में तमाम मुश्किलें आने के बाद भी जावेरी ने अपने इरादे मजबूत रखें। जिनकी सफलता आज तमाम युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। ये भी पढ़ें: Success Story: कैसे एक ऑफिस बॉय बना दो कंपनियों का मालिक, जानें दादासाहेब भगत की कहानी


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