पिता की दुकान में शुरू किया काम
कल्याणरमन ने महज 12 साल की उम्र में अपने पिता की दुकान में काम करना शुरू कर दिया था। कल्याणरमन ने श्री केरल वर्मा कॉलेज से वाणिज्य की पढ़ाई की है। टीएस कल्याणरमन ने त्रिशूर शहर में कल्याण ज्वैलर्स का पहला स्टोर खोला था। कल्याण ज्वैलर्स अब भारत के सबसे बड़े आभूषण ब्रांडों में से एक है। कल्याण ज्वैलर्स के पास लगभग 8,000 कर्मचारियों का कार्यबल है। इसके 140 शोरूम हैं। ग्राहक संतुष्टि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण और पढ़ें - मुकेश अंबानी या रतन टाटा नहीं; सबसे पहले इस भारतीय ने Rolls-Royce Cullinan को खरीदकर रच दी थी हिस्ट्री टीएस कल्याणरमन की एक अच्छी बात यह है कि उन्होंने कभी भी एक प्रमुख ब्रांड बनाने का श्रेय खुद नहीं लिया। उन्होंने एक बार कहा था कि चाहे राष्ट्रीय हो या अंतर्राष्ट्रीय, ग्राहक संतुष्टि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है। टीएस कल्याणरमन की पत्नी रमादेवी एक गृहिणी हैं। उनके तीन बच्चे हैं। सबसे बड़े बेटे, राजेश कल्याणरमन की शादी माया राजेश से हुई है। जबकि उनके दूसरे बेटे रमेश कल्याणरमन की शादी दीपा रमेश से हुई है। उनकी बेटी, राधिका एक गृहिणी है और उनकी शादी कार्तिक आर से हुई है। वे कल्याण डेवलपर्स में प्रबंध निदेशक भी हैं।बिड़ला, टाटा और अंबानी के ब्रांड के साथ कल्याण ज्वैलर्स
Technopak रिपोर्ट के अनुसार, भारत में आभूषणों की मांग क्षेत्रीय प्राथमिकताओं से काफी अधिक रहती हैं। दक्षिण भारत ही कुल घरेलू खपत में 40 प्रतिशत का योगदान देता है। अरबपति कुमार मंगलम बिड़ला के नेतृत्व वाले आदित्य बिड़ला समूह (ABG) ने अब पूरे भारत में विशेष आभूषण खुदरा स्टोर शुरू करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया है। 'Novel Jewels' नाम के स्टोर इन-हाउस आभूषण ब्रांड बेचेंगे। बिड़ला का नया उद्यम कल्याण ज्वैलर्स, टाटा समूह के तनिष्क और मुकेश अंबानी की रिलायंस ज्वेल्स को सीधी चुनौती देगा। हालांकि, कल्याण ज्वैलर्स कंपनी के मालिक टीएस कल्याणरमन अन्य देश के बड़े उद्योगपतियों की तरह पहचाने नहीं जाते, लेकिन उनकी ये कंपनी आभूषण व्यवसाय में एक बड़ा नाम है, जो बड़े-बड़े उद्योगपतियों की कंपनियों को टक्कर देती है।टाटा समूह की कंपनी टाइटन के अंतर्गत आने वाला Tanishq भारत में सबसे बड़ा संगठित आभूषण व्यवसाय बना हुआ है। तनिष्क के पूरे भारत में 400 से अधिक बुटीक हैं।
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