Sundar Pichai Styatement Google Employees Layoffs: दिसंबर 2022 के आखिर और साल 2023 की शुरुआत में गूगल से करीब 12 हजार कर्मचारी निकाले गए थे। यह गूगल कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी थी। वहीं इस छंटनी पर साल 2023 के आखिर में कंपनी के CEO सुंदर पिचाई का बयान सामने आया है। इसमें उन्होंने बताया कि आखिर क्यों कंपनी ने इतने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला और यह फैसला लेने के बाद उन्हें कैसा महसूस हुआ? उन्होंने 12 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने के फैसले को जिंदगी का सबसे मुश्किल फैसला बताया। Google और उसकी पैरेन्ट कंपनी Alphabet की मीटिंग में CEO सुंदर पिचाई ने यह सब कहा।
क्यों लिया गया कर्मचारियों को निकालने का फैसला?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गत 12 दिसंबर को गूगल की रिव्यू मीटिंग हुई, जिसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई है। इसके अनुसार, मीटिंग के दौरान एक कर्मचारी ने पिचाई से सवाल पूछा कि कंपनी ने साल 2023 की शुरुआत में वर्क फोर्स को कम करने का फैसला लिया था। इस फैसले का कंपनी के मुनाफे और नुकसान पर क्या प्रभाव पड़ा? इसके जवाब में पिचाई ने कहा कि 12 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालना सबसे मुश्किल काम था, लेकिन कंपनी के भविष्य और वित्तीय अनिश्चितताओं के कारण यह फैसला लेना पड़ा, जबकि कंपनी इस छंटनी से बेहतर तरीके से डील कर सकती थी। यह फैसला लेने से कंपनी में काम कर रहे अन्य कर्मचारियों का मनोबल गिरा, जिसे काफी मुश्किलों से कई महीनों के बाद बूस्ट करने में सफलता मिली।
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पिचाई ने स्वीकारा कि स्थिति को अच्छे से नहीं संभाला?
सुंदर पिचाई ने स्वीकार किया कि कंपनी ने छंटनी की स्थिति को अच्छे से नहीं संभाला, जबकि इसे बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था। 25 साल में ऐसा पहली बार हुआ, जब कंपनी के सामने मुश्किल वक्त आया, क्योंकि अक्टूबर 2022 में उम्मीद के मुताबिक रेवेन्यू नहीं आ रहा था। साल 2021 के मुकाबले कंपनी का मुनाफा 27 प्रतिशत घट गया था। 12 हजार लोगों को नौकरी से निकालने की एक वजह निवेशकों का दबाव भी था। नवंबर 2022 में TCI फंड मैनेजमेंट लिमिटेड ने गूगल को एक लेटर लिखा था, जिसमें उन्होंने चेतावनी दी थी कि गूगल अपने मुनाफे के लिए टारगेट सेट करे। कर्मचारियों की संख्या और खर्चों का काफी असर पड़ रहा है, इसे कम किया जाए।