Trendingparliament winter sessionBigg Boss 19Gold Price

---विज्ञापन---

भारत से बाहर शिफ्ट हो चुकी है सुब्रत रॉय की फैमिली, बने साउथ ईस्टर्न यूरोप के सिटीजन

Subrata Roy Death: रिपोर्ट्स के अनुसार, सुब्रत रॉय की पत्नी और बेटे सुशांतो ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी थी। उनके मैसेडोनिया की सरकार के साथ अच्छे रिश्ते रहे।

subrata roy death sahara shree family wife swapna roy son sushanto roy macedonian citizen
Subrata Roy Death: जाने-माने बिजनेसमैन और सहारा श्री के नाम से मशहूर रहे सुब्रत रॉय का मंगलवार देर शाम निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के अस्पताल में ​आखिरी सांस ली। उनके निधन की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई जा रही है। सुब्रत रॉय के परिवार में पत्नी स्वप्ना रॉय के अलावा दो बेटे सीमांतो और सुशांतो रॉय हैं। बताया जाता है कि उन्होंने अपने बेटों की शादी पर 550 करोड़ रुपये खर्च किए थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी पत्नी और बेटे सुशांतो ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी थी। उनके परिवार ने दक्षिणपूर्वी यूरोप के बाल्कंस देश नॉर्थ मैसेडोनिया की नागरिकता ले ली थी। कहा जाता है कि उन्होंने यह सिटीजनशिप भारतीय कानून से बचने के लिए ली थी। दरअसल, सुब्रत रॉय के खिलाफ सेबी का मामला चल रहा था। उन पर निवेशकों के पैसे न लौटाने का आरोप लगा था। इस बीच उनके परिवार ने इस विवाद से कुछ समय के लिए दूरी बनाने के लिए दूसरे देश की नागरिकता ले ली। कहा जाता है कि सुब्रत रॉय के खुद मैसेडोनिया की सरकार के साथ काफी अच्छे रिश्ते रहे। यहां तक कि उन्हें कई बार मैसेडोनिया के राजकीय अतिथि का भी दर्जा मिला। स्वप्ना रॉय के खिलाफ 2017 में लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था। हालांकि उनकी ओर से दाखिल याचिका में कहा गया था कि मैसेडोनिया गणराज्य की नागरिक कानून का पालन करने वाली महिला हैं, जिनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। एलओसी केवल सहारा इंडिया परिवार के अध्यक्ष की पत्नी के रूप में उनकी स्थिति के आधार पर जारी की गई थी। बताया जाता है कि सहारा समूह मैसेडोनिया में तीन बड़े बिजनेस खोलने की प्लानिंग कर रहा था। जिसमें से एक डेयरी, दूसरा लास वेगास की तर्ज पर 7 स्टार होटल और तीसरा फिल्म निर्माण के लिए एक इनडोर सेटअप था। इसके लिए उन्हें सरकार से भी मदद मिलने की बात सामने आई थी। उत्तरी मैसेडोनिया में नागरिकता के लिए कुछ शर्तें हैं, हालांकि ये थोड़ी आसान भी हैं। बताया जाता है कि मैसेडोनिया की नागरिकता के लिए 4 लाख यूरो के निवेश करना होता था। इसके साथ ही 10 स्थानीय लोगों को नौकरी भी देनी होती। इस तरह की कुछ शर्तें पूरी करने के बाद मैसेडोनिया की ना​गरिकता मिल जाती थी।


Topics:

---विज्ञापन---