Silver Gold Rate 12 December 2025: चांदी की कीमतें शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी मार्केट (MCX) पर दो लाख रुपये प्रति किलो पर पहुंच गईं. चांदी के दामों में बीते दिन की तुलना में 1600 रुपये प्रति किलो की तेजी देखने को मिली. 2,00,510 रुपये प्रति किलो पर पहुंच चुकी चांदी का रिकॉर्ड हाईलेवल प्राइज है. फेडरल रिजर्व बैंक की ओर से दरें घटाने के बाद अचानक चांदी की मांग में तेजी देखने को मिली. इसी तेजी का असर चांदी के दामों में इजाफे के तौर पर हुआ. चांदी की तरह सोने के दाम में रिकॉर्ड हाई लेवल पर पहुंच गए. एमसीएक्स पर सोने के दामों में पिछले दिन की तुलना में 2500 रुपये का तगड़ा उछाल देखने को मिला. 1,34,966 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचे सोने का यह रिकॉर्ड हाई लेवल प्राइज है.
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सोने-चांदी के भाव में अचानक इतनी तेजी क्यों?
चांदी और सोने के दामों में अचानक इतनी तेजी मार्केट बंद होने के समय देखने को मिली. इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वाइस प्रेजिडेंट कंबोज ने कहा कि चांदी की कीमतों में आने वाले समय में और तेजी देखने को मिल सकती है. डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने और इंडस्ट्री प्रोडक्शन के बेहतर नतीजों के कारण चांदी महंगी हुई है. क्लीन एनर्जी की बढ़ती मांग भी चांदी का दाम तेज होने का एक कारण है. जनवरी 2025 में चांदी के दाम 75 हजार रुपये किलो के करीब थे, अब दो लाख के पार होने के कारण चांदी के निवेशकों को बंपर लाभ हुआ है. इसी लाभ को देखते हुए निवेशकों की सोने-चांदी में निवेश को लेकर बढ़ती रूचि भी दाम बढ़ने का अहम कारण है.
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लॉन्ग टर्म में सोने और चांदी में निवेश कितना सही?
रिकार्ड हाई लेवल पर पहुंच चुके सोने-चांदी में आने वाले समय में निवेश कितना सही है? विशेषज्ञों के इस पर दो मत हैं. एक वर्ग मानता है कि पहले भी दाम बढ़ने के बाद भी सोना चांदी के हमेशा निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है. सोना-चांदी में निवेश लॉन्ग टर्म नजरिए के तौर पर सही फैसला है. वहीं, एक वर्ग का मानना है कि रिकार्ड हाई लेवल पर निवेश सही नहीं, जैसे ही दाम कम होते दिखें, वहां निवेश सही रहेगा, क्योंकि अभी गिरावट का खतरा भी हो सकता है. निवेश करना है तो Gold और सिल्वर ईटीएफ में थोड़ा थोड़ा पैसे लगाएं, इससे शॉट टर्म में नुकसान का रिस्क कम होगा, वहीं लॉन्ग टाइम में तेजी आने पर लाभ ज्यादा मिलेगा.
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