TrendingparliamentPollutionBollywood

---विज्ञापन---

Retirement Corpus: वन-टाइम इन्वेस्टमेंट से कैसे तैयार करें 2.40 करोड़ का फंड? समझें कैलकुलेशन

Retirement Investment: रिटायर होने के बाद एक अच्छी लाइफ के लिए जल्दी निवेश की आदत हमेशा अच्छी रहती है। आप मंथली इन्वेस्टमेंट या एकमुश्त रकम निवेश करके एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।

Investment
Retirement Fund: हर कोई चाहता है कि उसकी रिटायरमेंट लाइफ अच्छे से गुजरे। हालांकि, इस चाहत को पूरा करने के लिए सही रणनीति और समय पर शुरुआत जरूरी है। अगर आप अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही निवेश की आदत विकसित कर लेते हैं, तो कंपाउंड ग्रोथ के चलते कम निवेश राशि से भी एक बड़ा रिटायरमेंट फंड तैयार किया जा सकता है। चलिए समझने की कोशिश करते हैं कि एक बड़ा कॉर्पस फंड कैसे तैयार करें और कंपाउंडिंग पावर कैसे इसमें मदद करती है?

निवेश के दो तरीके

आप एक अच्छा रिटायरमेंट फंड दो तरह से तैयार कर सकते हैं। नियमित तौर पर कुछ निवेश करके या फिर एक बार में बड़ी रकम लगाकर। आप चाहें तो दोनों के मिश्रण पर भी विचार कर सकते हैं। कहने का मतलब है, अगर आपके पास कुछ पैसा है, तो उसे एकसाथ निवेश कर दिया और फिर मंथली इन्वेस्टमेंट के जरिए उसमें इजाफा करते रहे।

मंथली इन्वेस्टमेंट

कंपाउंडिंग पावर से आपकी निवेश राशि तेजी से बढ़ती है। उदाहरण के तौर पर अगर कोई व्यक्ति हर महीने 10,000 रुपये निवेश करता है और उस पर उसे 12 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न मिलता है, तो आइए देखें कि 25, 30 और 35 साल में उसकी जमा पूंजी कितनी बढ़ सकती है।

ऐसे बढ़ेगा पैसा

25 साल में कुल निवेश 30,00,000 रुपये होगा, अनुमानित पूंजीगत लाभ यानी कैपिटल गेन 1,59,76,351 रुपये और अनुमानित कॉर्पस 1,89,76,351 रुपये। इसी तरह, 30 साल में कुल निवेश 36,00,000 रुपये , अनुमानित पूंजीगत लाभ 3,16,99,138 रुपये होगा और अनुमानित कॉर्पस 3,52,99,138 रुपये हो जाएगा। जबकि 35 साल में कुल निवेश 42,00,000 रुपये, अनुमानित पूंजीगत लाभ 6,07,52,691 रुपये होगा और अनुमानित कोष 6,49,52,691 रुपये होगा। आप 25 से 35 साल के बीच कॉर्पस में अंतर देख सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि कंपाउंडिंग से निवेश तेजी से बढ़ता है।

एकमुश्त निवेश

अब देखते हैं कि 2.5 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश 25, 30 और 35 वर्षों में 12 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि के साथ कैसे बढ़ेगा। 25 वर्षों में, अनुमानित पूंजीगत लाभ 40,00,016 रुपये और अपेक्षित कॉर्पस 42,50,016 रुपये होगा। 30 वर्षों में अनुमानित पूंजीगत लाभ 72,39,981 रुपये और अपेक्षित कॉर्पस 74,89,981 रुपये हो जाएगा। इसी तरह, 35 वर्षों में अनुमानित पूंजीगत लाभ 1,29,49,905 रुपये और अपेक्षित कोष 1,31,99,905 रुपये होगा।

8 लाख से 2.40 करोड़

अब हम 8 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश से बनने वाले कॉर्पस की गणना करेंगे। हम देखेंगे कि 10, 20 और 30 साल में यह निवेश कैसे बढ़ेगा और कब 2.40 करोड़ रुपये तक पहुंचेगा। 10 वर्षों में अनुमानित पूंजीगत लाभ 16,84,679 रुपये और अनुमानित धनराशि 24,84,679 रुपये होगी। 20 वर्षों में अनुमानित पूंजीगत लाभ 69,17,034 रुपये तथा अनुमानित कॉर्पस 77,17,034 रुपये होगा। जबकि 30 वर्षों में अनुमानित पूंजीगत लाभ 2,31,67,938 रुपये और अनुमानित कॉर्पस 2,39,67,938 रुपये हो जाएगा।

यह समझना जरूरी

इन सभी कैलकुलेशन में हमने देखा कि कंपाउंडिंग पावर के चलते समय के साथ कोष तेजी से बढ़ा। 25 साल से 35 साल तक यह राशि कई गुना बढ़ गई। यही कारण है कि जल्दी शुरुआत करने वाले को देर से शुरुआत करने वाले की तुलना में बढ़त मिलती है। यदि कोई 10 साल पहले शुरू करता है, तो थोड़े अतिरिक्त निवेश के साथ वह एक बड़ा रिटायरमेंट फंड तैयार कर सकता है।


Topics:

---विज्ञापन---