रिलायंस इंडस्ट्रीज की यूनिट जियो स्टूडियोज ने ऑपरेशन सिंदूर नाम को ट्रेडमार्क कराने का आवेदन दिया है, तो लोगों में ये खबर फैल गई। देशवासियों ने कहा कि शहीदों के बलिदान से जुड़े इस नाम का व्यावसायिक इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। हालांकि रिलायंस ने तुरंत सफाई दी और कहा कि यह गलती से हुआ था और कंपनी ने आवेदन वापस ले लिया है।
ट्रेडमार्क कराने का कोई इरादा नहीं
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने साफ किया है कि उसका 'ऑपरेशन सिंदूर' को ट्रेडमार्क कराने का कोई इरादा नहीं था। कंपनी ने कहा कि यह आवेदन गलती से एक जूनियर कर्मचारी द्वारा बिना किसी वरिष्ठ अधिकारी की मंजूरी के किया गया था। इस गलती को तुरंत पहचान कर रिलायंस की यूनिट जियो स्टूडियोज ने ट्रेडमार्क का आवेदन वापस ले लिया है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि वह 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसे भावनात्मक और राष्ट्रीय भावना से जुड़े शब्दों का व्यावसायिक उपयोग नहीं करना चाहती।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का बयान
रिलायंस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "ऑपरेशन सिंदूर आज भारत की वीरता और बलिदान का प्रतीक बन चुका है। इस नाम को ट्रेडमार्क कराने की कोई मंशा रिलायंस या जिओ स्टूडियोज की नहीं थी। यह कदम एक जूनियर व्यक्ति की अनजानी गलती थी, जिसकी जानकारी मिलते ही हमने तत्काल आवेदन वापस ले लिया।" कंपनी ने यह भी कहा कि वह देश के सैनिकों और उनके बलिदान का सम्मान करती है और इस तरह की किसी भी भावना को ठेस पहुंचाने का उसका कोई उद्देश्य नहीं था।
आतंकवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
'ऑपरेशन सिंदूर' एक सैन्य कार्रवाई थी, जिसे भारतीय सेना ने 6 और 7 मई की रात को चलाया था। यह ऑपरेशन पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला करने के लिए किया गया था। यह कार्रवाई उस आतंकी हमले के जवाब में की गई, जो जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ था। उस हमले में 25 भारतीय नागरिक मारे गए थे। भारतीय सेना ने यह ऑपरेशन इसलिए किया ताकि आतंकवादियों को सख्त जवाब दिया जा सके और यह दिखाया जा सके कि भारत अपने लोगों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएगा।
9 ठिकानों को बनाया गया निशाना
भारत के रक्षा मंत्रालय ने 7 मई की सुबह एक प्रेस रिलीज में बताया कि भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकवादियों के अड्डों पर हमला किया। मंत्रालय ने बताया कि इस ऑपरेशन में कुल 9 जगहों पर हमला किया गया। इस कार्रवाई में पाकिस्तान की सेना को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। यह ऑपरेशन बहुत सोच-समझकर और शांत तरीके से किया गया। भारत ने बहुत संयम से काम लिया और ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जिससे लड़ाई और बढ़े।
पहलगाम हमले का जवाब था 'ऑपरेशन सिंदूर'
यह ऑपरेशन उस आतंकी हमले का जवाब था जो पहलगाम में हुआ था। उस हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे। भारत के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह कार्रवाई उन लोगों को सजा देने के लिए की गई, जो इस हमले के पीछे थे। 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए भारत ने दुनिया को यह दिखाया कि वह अपने लोगों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। लेकिन भारत ने यह भी ध्यान रखा कि सब कुछ शांति से हो और पाकिस्तान के साथ कोई बड़ी लड़ाई न हो।