RBI Foreign Exchange Reserves: भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई ने एक ऐसी चाल चली है जिसके बाद से भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत हो सकता है। जैसा आप जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव लगातार बढ़ रहे हैं, जिसे हमास और इजरायल के युद्ध की वजह से बताया जा रहा है। पिछले 1 महीने से भारतीय रुपया लगातार डॉलर के मुकाबले नीचे जा रहा है है। आज की बात करें तो आज 1 डॉलर की कीमत 83.20 भारतीय रुपया पर पहुंच गई है।
RBI मार्केट में निकालेगा फॉरेक्स रिजर्व
अब देश के रिजर्व बैंक ने एक ऐसी चाल चली है जो भारतीय रुपया की गिरावट को थाम सकती है। दरअसल जैसा आप जानते हैं कि भारत के पास पर्याप्त मात्रा में फॉरेक्स रिजर्व मौजूद है। अक्टूबर 2023 तक भारत के पास 595 बिलियन डॉलर के फॉरेक्स रिजर्व हैं, जिसका इस्तेमाल RBI अंतरराष्ट्रीय बाजार में करने जा रही है। होता ये है कि जब भी किसी देश की करेंसी कमजोर होती है तो उसे देश का रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा को विदेशी बाजार में निकलना शुरू कर देता है। जिससे उसे देश की करेंसी कुछ हद तक मजबूत हो जाती है।
इस प्लान से कमजोर होगा विदेशी मुद्रा भंडार
हालांकि RBI के इस प्लान से एक तरफ विदेशी मुद्रा भंडार कमजोर तो होगा, लेकिन इस समय रुपया को मजबूती देना प्राथमिकता है। आपको बताते चलें फॉरेक्स रिजर्व जिस देश का जितना मजबूत होता है, वो देश एक्सपोर्ट उतनी ही अच्छी से कर पाता है। इसके अलावा महंगाई की दर भी देश के अंदर स्थिर बनी रहती है।
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भारत एशिया में दूसरा सबसे बड़ा देश
एशिया में चीन के बाद भारत का सबसे बड़ा फॉरेक्स रिजर्व है। 2008 की मंदी में इसी रिजर्व ने भारत को मजबूती दी थी। यानी अब एक बार फिर से विदेशी मुद्रा भंडार आरबीआई की ताकत बनने जा रहा है।