QS World Future Skills Index: भारत भविष्य में मांग वाले कौशल के लिए दुनिया के सबसे तैयार जॉब मार्केट में शुमार है। हाल ही में जारी फ्यूचर स्किल इंडेक्स 2025 में भारत को कुल मिलाकर 25वें स्थान पर रखा गया है और इसे 'फ्यूचर स्किल्स कंटेंडर' माना गया है। इसके अलावा,'फ्यूचर ऑफ वर्क इंडिकेटर' के तौर पर भी भारत की स्थिति मजबूत है। इस मामले में यह अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है।
इन क्षेत्रों में सबसे योग्य
फ्यूचर स्किल इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के बाद भारत दूसरा ऐसा देश है, जहां की युवा आबादी को भविष्य की जरूरतों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI), डिजिटल, ग्रीन एनर्जी जैसे हाई डिमांड वाले क्षेत्रों के लिए सबसे योग्य पाया गया है। यह इंडेक्स स्किल फिट, एकेडमिक रेडीनेस, फ्यूचर ऑफ वर्क और आर्थिक बदलाव के आधार पर मूल्यांकन करता है कि कोई देश अंतर्राष्ट्रीय नौकरी बाजार की उभरती मांगों को पूरा करने के लिए कितनी अच्छी तरह तैयार है।
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इन पैरामीटर्स पर तैयार होता है Index
Skills Fit: शिक्षा प्रणाली उद्योग और नियोक्ताओं की जरूरतों के साथ कितनी अच्छी तरह से संरेखित होती है।
Academic Readiness: भविष्य के उद्योगों के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करने के लिए देश कितनी अच्छी तरह से तैयार है।
Future of Work: भविष्य के सबसे अधिक मांग वाले कौशल की भर्ती के लिए देश के नौकरी बाजार की तत्परता।
Economic Transformation: कौशल-आधारित औद्योगिक विकास के अगले अवसरों का लाभ उठाने के लिए देश की अर्थव्यवस्था कितनी तैयार है।
पूरी तरह तैयार है वर्कफोर्स
QS इंडेक्स ने भारत की अपने कार्यबल में AI को एकीकृत करने की उल्लेखनीय तत्परता को उजागर किया है। लेटेस्ट क्यूएस रिपोर्ट के अनुसार, मेक्सिको के साथ-साथ भारत को 'डिजिटल भूमिकाओं में भर्ती के लिए सबसे अधिक तैयार' देश के रूप में पहचाना गया है। क्यूएस के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अश्विन फर्नांडिस का कहना है कि QS की रैंकिंग बताती है कि भारत की वर्कफोर्स आधुनिक तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर काम कर रही है और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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AI के इस्तेमाल में आगे
भारत की ओवरऑल रैंकिंग 25 रही है। क्यूएस ने जिन पैमानों पर यह रैंकिंग की, उनमें भारत स्किल फिट श्रेणी में 37वें, एकेडमिक रेडीनेस में 26वें और आर्थिक बदलाव श्रेणी में 40वें पायदान पर है। रिपोर्ट बताती है कि भारत AI का इस्तेमाल करने में दुनिया के कई देशों के से आगे है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में भारत को सुधार करने की जरूरत है।
तेजी से दौड़ेगी अर्थव्यवस्था
क्यूएस के वाइस प्रेसिडेंट स्ट्रेटेजी और एनालिटिक्स मैटेओ क्वाक्वेरेली ने कहा कि हाल के वर्षों में भारत की शानदार GDP ग्रोथ, विकसित होती अर्थव्यवस्था, युवा आबादी और स्टार्ट-अप संस्कृति, सभी देश को सफलता के मार्ग पर तेजी से आगे ले जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2025 और 2030 के बीच भारत की अर्थव्यवस्था प्रतिवर्ष औसतन 6.5% की रफ्तार से दौड़ सकती है, जिससे यह देश दुनिया भर की कई प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्थाओं से आगे निकल जाएगी।
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PM मोदी ने जताई खुशी
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्यूचर स्किल इंडेक्स 2025 में भारत के प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है, 'यह देखकर खुशी होती है! पिछले दशक के दौरान हमारी सरकार ने युवाओं को ऐसे कौशल से लैस करके मजबूत बनाने पर काम किया है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और पैसा कमा सकें। हमने भारत को इनोवेशन और एंटरप्राइज का केंद्र बनाने के लिए टेक्नोलॉजी की शक्ति का भी लाभ उठाया है।
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