नई दिल्ली: अधिकतर सभी सुरक्षित भविष्य के लिए कुछ अच्छे निवेश की तलाश में रहते हैं। वे उस प्लेटफॉर्म में निवेश करने के लिए जाते हैं जहां अधिकतम और सुरक्षित रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। निवेश करने के लिए दर्जनों योजनाएं हैं, लेकिन सार्वजनिक भविष्य निधि को अभी भी सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है।
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कम ब्याज दर के बावजूद पीपीएफ के कई फायदे हैं। अगर आप इस योजना में पैसा जमा करते हैं तो निवेश भी हो रहा है और टैक्स भी बच रहा है। इसका लाभ नौकरीपेशा और सेल्फ एम्प्लॉयड दोनों तरह के लोग उठा सकते हैं। इस बचत योजना में सरकार सुरक्षा की गारंटी देती है और रिटर्न की भी गारंटी होती है। फिलहाल पीपीएफ पर 7.1 फीसदी का ब्याज मिलता है।
परिपक्वता पर ब्याज आय और परिपक्वता राशि यहां पूरी तरह से कर मुक्त है। अन्य योजनाओं में म्यूचुअल फंड में रिटर्न निश्चित रूप से अधिक होता है, लेकिन 20 प्रतिशत तक का दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर लगाया जाता है।
आइए निवेश के नजरिए से इस योजना के हर पहलू पर एक नजर डालते हैं।
इक्विटी म्यूचुअल फंड
हाल ही में एक फाइनेंशियल फ्रीडम सर्वे आया था। ऐसे में रिटायरमेंट के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड पहली पसंद हैं। इसके बाद कर्मचारी भविष्य निधि और फिर सार्वजनिक भविष्य निधि का स्थान आता है। पीपीएफ लंबी अवधि में बहुत अच्छा रिटर्न देता है।
अगर आप भी अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं तो आज से ही इस स्कीम में पैसा जमा करना शुरू कर दें, रिटायरमेंट फंड होगा बहुत बड़ा।
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परिपक्वता अवधि
पीपीएफ की मैच्योरिटी अवधि 15 साल है। उसके बाद भी इसे 5-5 साल के अंतराल में बढ़ाया जा सकता है।
निवेश गणना
अगर आप रोजाना 100 रुपए जमा करते हैं तो साल में 36500 रुपए जमा हो जाएंगे। अगर आप यह निवेश 15 साल तक करते हैं और ब्याज दर 7.1 फीसदी पर स्थिर रहती है तो आपको कुल 9.89 लाख रुपये मिलेंगे। 15 साल में आपकी जमा पूंजी 547500 रुपये हो जाएगी।