Ola Electric Company: भारत की अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने बढ़ते घाटे को कम करने के उद्देश्य से एक बड़ा फैसला लिया है। अपने फैसले के तहत कंपनी 1000 से अधिक कर्मचारियों और अनुबंधित श्रमिकों की छंटनी करने की योजना बना रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड ने कथित तौर पर लागत में कटौती करने के लिए यह बड़ा फैसला लिया है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि छंटनी मुख्य रूप से खरीद, कस्टमर रिलेशन, आपूर्ति और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विभागों में की जाएगी, क्योंकि कंपनी को लगातार घाटे का सामना करना पड़ रहा है।
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अगस्त 2023 से लेकर अब तक की बात करें तो ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 60 फीसदी तक की गिरावट आई है। कंपनी को लगातार ग्राहकों की शिकायतों, सोशल मीडिया पर तीखे रिएक्शंस और गिरते बाजार में बड़ी हिस्सेदारी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि ओला ने फरवरी में 25000 से ज्यादा स्कूटर बेचने की घोषणा की है, लेकिन इसकी बाजार हिस्सेदारी सिर्फ 28 फीसदी है, जोकि एक महीने में 50000 स्कूटर बेचने के लक्ष्य से कम है। इसके अलावा कंपनी ने निवेशकों को पंजीकरण में संभावित गिरावट के बारे में सचेत किया है। कंपनी का दावा है कि वह लागत कम करने और ऑपरेशनल प्रक्रिया को प्रभावी बनाने में मदद के लिए प्रमुख सप्लायर्स के साथ बातचीत कर रही है।
25 फीसदी कर्मचारियों की छुट्टी
ओला इलेक्ट्रिक ने इससे 5 महीने पहले भी काफी कर्मचारियों की छंटनी की थी। अब तक ओला हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। इसके बाद फिर छंटनी की घोषणा की गई है। कंपनी पिछले कुछ वर्षों से वित्तीय समस्याओं से जूझ रही है। उसे लगातार घाटे का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले ओला ने नवंबर 2023 में 500 कर्मचारियों की छंटनी की थी। मार्च 2024 में 4000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया था। ओला इलेक्ट्रिक की नई छंटनी के बाद कंपनी के कुल में से लगभग 25 फीसदी से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया जाएगा।
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ओला इलेक्ट्रिक ने इससे पहले अपना आईपीओ लॉन्च किया था, तब कंपनी को उम्मीद थी कि उसे शेयर बाजार में अच्छी परफॉर्मेंस मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बिक्री में गिरावट के अलावा ओला को बढ़ती लागत और कम टर्नओवर की समस्या से जूझना पड़ रहा है। भारी छूट देने के बावजूद कंपनी अब तक मुनाफे में नहीं आ सकी है। अगस्त 2021 में ईवी सेगमेंट में एंट्री करने के बाद 4 साल बीत चुके हैं, कंपनी लगातार लॉस का सामना कर रही है। हालांकि छंटनी को लेकर ओला की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।