Narayana Murthy ने जब से हफ्ते में 5 दिन और 70 घंटे काम करने का स्टेटमेंट दिया है, तभी से देश में इसे लेकर डिबेट छिड़ी हुई है। एक तरफ जहां एम्पलाई इसके खिलाफ नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी दरफ देश के बड़े CEOs इस बात पर अपनी सहमती जता रहे हैं। इसी बहस में अब जिंदल स्टील वर्क्स के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सज्जन जिंदल आ गए हैं। सज्जन जिंदल का कहना है कि, 'मैं नारायण मूर्ति के बयान का समर्थन करता हूं। ये सारी बातें थकावट के लिए नहीं बल्कि समर्पण यानी डेडिकेशन के बारे में है। हमें इसके जरिए भारत को 2047 में ऐसी आर्थिक महाशक्ति बनाना है, जिस पर हम सभी गर्व कर सकें।'
सिर्फ सज्जन जिंदल ही नहीं बल्कि OLA के भाविश अग्रवाल भी इस पर अपनी सहमति जता चुके हैं। सोशल मीडिया पर भाविश लिखते हैं कि मैं 70 घंटे नहीं 140 के लिए तैयार हूं। केवल मजे ही मजे, कोई छुट्टी नहीं।
वहीं अगर एम्पलाई की बात करें तो सभी इस बात से नराजगी जता चुके हैं। सभी लोगों का मानना है कि क्वालिटी पर फोकस होना चाहिए। अगर क्वालिटी ठीक नहीं रहेगी तो घंटे बढ़ाने से कोई फायदा नहीं होगा। इस पर दो दिन से लगातार सोशल मीडिया पर एम्पलाई के रिएक्शन से आ रहे हैं।