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इस कंपनी ने एम्प्लॉई को दी बॉस चुनने की आजादी, इतने खुश हुए कि जॉब छोड़ने के बारे में सोचना ही छोड़ दिया

Japanese Company Allow Employees To Pick Own Boss : जापान की एक कंपनी ने अपने यहां एक ऐसी व्यवस्था शुरू की है जिससे वहां के कर्मचारी अपने बॉस को खुद चुन सकते हैं। कंपनी के इस कदम से जॉब छोड़कर जाने वाले कर्मचारियों की संख्या में गिरावट आ गई और वे बेहतर तरीके से काम करने लगे।

जापानी कंपनी Sakura Kozo
  • Japanese Company Allow Employees To Pick Own Boss : कंपनी में जॉब करने वाले ज्यातादर लोग अपने बॉस से खुश नहीं होते। काम का दबाव और दूसरी कई चीजों को लेकर बॉस के साथ अक्सर कहासुनी होती रहती है। अगर आपसे कहा जाए कि आप अपना बॉस (मैनेजर) खुद चुनें तो कैसा लगेगा? ऐसी ही कुछ आजादी दी है जापान की कंपनी सकुरा कोजो ने। इस कंपनी ने अपने एम्प्लॉई को अपना बॉस खुद चुनने की आजादी दी। इसका इतना अच्छा असर पड़ा कि कंपनी छोड़ने वाले लोगों की संख्या में काफी गिरावट आ गई।

5 साल पहले की शुरुआत

सकुरा कोजो आर्किटेक्चर से जुड़ी कंपनी है। इस समय इसमें करीब 120 कर्मचारी हैं, लेकिन 5 साल पहले ऐसी स्थिति नहीं थी। उस समय इस कंपनी से काफी संख्या में एम्प्लॉई जॉब छोड़कर जा रहे थे। स्थिति यह थी कि हर साल 100 में से 11 लोग जॉब छोड़ रहे थे। कंपनी इससे काफी परेशान थी। इससे कंपनी को कर्मचारियों की कमी का डर सताने लगा था। एम्प्लॉई जॉब छोड़कर न जाएं, इसे रोकने के लिए कंपनी ने 2019 में मैनेजेरियल स्ट्रक्चर पर पुनर्विचार करने का फैसला लिया और नए मैनेजमेंट की शुरुआत की थी। [caption id="attachment_742052" align="alignnone" ] यह फॉर्म भरवाया जाता है कर्मचारियों से।[/caption]

ऐसे चुने जाते हैं कंपनी में बॉस

साल 2019 में जब कंपनी ने मैनेजेरियल स्ट्रक्चर में सुधार के बारे में सोचा तो इसके तहत कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक फॉर्म दिया। इनमें 14 क्राइटेरिया होते हैं जिसमें अपने बॉस के बारे में बातें लिखी जाती हैं। यह एक तरह से बॉस का मूल्यांकन होता है। कर्मचारियों के साथ बॉस लेवल के कर्मचारी भी इस तरह का फॉर्म भरते हैं। इसमें उन्हें सेल्फ इवैल्युएशन करना होता है। इसके बाद कंपनी को एक रिपोर्ट मिलती है जिसमें बॉस लेवल के कर्मचारियों की खूबियां और खामियां आमने आती हैं। यह रिपोर्ट हर कर्मचारी और मैनेजर के पास जाती है। इसके आधार पर कर्मचारी उस शख्स को चुन सकते हैं जिसे वह अपना बॉस बनाना चाहते हैं और एक साल तक उसके अंडर में काम करना चाहते हैं।

कर्मचारियों का जाना कंपनी के लिए दर्दभरा

कंपनी के प्रेसिडेंट तनाका शिनिची बताते हैं कि जब भी कंपनी के कर्मचारी नौकरी छोड़कर जाते थे तो उन्हें इसका काफी दुख होता था। इससे कंपनी का भी नुकसान होता था। उन्होंने कहा कि जापान में कंपनियां कर्मचारियों की कमी से जूझ रही हैं। ऐसे में हमने नए मैनेजमेंट की शुरुआत की। यह भी पढ़ें : सेंसेक्स ने बनाया रिकॉर्ड; शेयर मार्केट में इन 5 कारणों से लौटी रौनक, निवेशकों को 3 दिन में 28 लाख करोड़ का फायदा


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