Indian Origin CEO Salary : भारतीय मूल के लोग विदेश में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। बात चाहे वहां बिजनेस करने की हो या कंपनियों में जॉब करने की। लगभग हर क्षेत्र में भारतीयों का ही बोलबाला है। बात अगर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में CEO की करें तो यहां भी भारतीयों का ही कब्जा है। यही नहीं, सैलरी के मामले में भी ये काफी आगे हैं।
1. सुंदर पिचाई
सुंदर पिचाई को आज के समय कौन नहीं जानता। यह साल 2004 से ही गूगल से जुड़े हैं। सुंदर इस समय गूगल और गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के CEO हैं। शुरू में वह गूगल टूलबार के साथ काम करते थे। गूगल के प्रोडक्ट क्रोम, क्रोम ओएस और गूगल ड्राइव में बेहतर योगदान देने के कारण इन्हें 2012 में कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट बना दिया गया था। बाद इन्हें गूगल का CEO बनाया गया। अगर सुंदर पिचाई की सैलरी की बात करें तो इन्हें साल 2022 में करीब 1846 करोड़ रुपये का पैकेज मिला था।
2. सत्या नडेला
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला की भी सैलरी कम नहीं है। सत्या नडेला इस कंपनी से 1992 से जुड़े हैं। सत्या को कंपनी की क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस Azure को डेवेलप करने के लिए जाना जाता है। साल 2022 में उनकी सैलरी करीब 454 करोड़ रुपये थी। सत्या नडेला इस हफ्ते उस समय चर्चा में रहे जब कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय ने कंपनी अधिनियम के तहत एक उल्लंघन को लेकर उन पर और अन्य लोगों पर करीब 27 लाख रुपये का जुर्माना लगाया।
[caption id="attachment_724349" align="alignnone" ] सैलरी के मामले में भारतीय मूल के लोग काफी आगे हैं।[/caption]
3. शांतनु नारायण
एडोब कंपनी के CEO शांतनु नारायण भी सैलरी के मामले में किसी से पीछे नहीं हैं। शांतनु ने एडोब के साथ 1998 में सफर शुरू किया था। इससे पहले वह एप्पल और सिलिकॉन ग्राफिक्स के साथ काम कर चुके हैं। साल 2022 में इनकी सैलरी करीब 256 करोड़ रुपये थी। शांतनु ने भारत की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की है। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए। शांतनु ने 1986 में एक स्टार्टअप भी शुरू किया था।
लक्ष्मण नरसिम्हन पॉपुलर कॉफीहाउस चेन स्टारबक्स (Starbucks) के सीईओ हैं। इन्होंने साल 2022 में यह पद संभाला था। इससे पहले वो एमएनसी रेकिट के सीईओ रह चुके हैं। लक्ष्मण की सालाना सैलरी करीब 11 करोड़ रुपये है। स्टारबक्स भारत में टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के साथ एक समान संयुक्त उद्यम के जरिए काम करती है। इसके देश में अभी करीब 400 आउटलेट हैं।