India-Oman Free Trade Agreement: भारत और ओमान ने एक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर साइन किया है. जिससे ओमान में भारत के 98% एक्सपोर्ट, जिसमें टेक्सटाइल, एग्रीकल्चर और लेदर के सामान को ड्यूटी फ्री एक्सेस मिलेगा. दूसरी ओर, भारत ओमान के प्रोडक्ट्स जैसे खजूर, मार्बल और पेट्रोकेमिकल आइटम्स पर टैरिफ कम करेगा. उम्मीद है कि यह डील अगले कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही से लागू हो जाएगी. भारत और ओमान के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार दुनिया भर के कई देशों पर टैरिफ बम फोड़ रहे हैं.
भारत और ओमान के बीच हुए इस समझौते के तहत वस्तुओं और सेवाओं में व्यापार के लिए नए नियम निर्धारित किए गए हैं और ऐसे प्रावधान किए गए हैं जिससे ओमान में इंडियन प्रोफेशनल्स, लेबर्स और दोनों देशों को व्यापार में फायदा होगा. भारत और ओमान के बीच हुए समझौते को ओमान और भारत दोनों की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण बूस्ट माना जा रहा है. ऐसे में अगर आपके मन में यह सवाल है कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट क्या होता है? यह कैसे काम करता है? इससे भारत को क्या फायदा होगा? तो आपके इन सभी सवालों के जवाब देते हैं.
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फ्री ट्रेड एग्रीमेंट यानी एफटीए, क्या होता है?
दो देश आपस में एफटीए के तहत समझौता कर लेते हैं. यह एक प्रकार की संधि है. जिसमें दो या दो से अधिक देश आपस में संधि या समझौता कर लेते हैं और कहते हैं कि हम एक दूसरे के व्यापार पर टैक्स नहीं लेंगे. इस संधि के तहत दोनों देश ये प्रयास करते हैं कि दोनों देशों के बीच व्यापार की बाधाओं को कम करने या समाप्त करने की कोशिश करेंगे.
हालांकि ये जरूरी नहीं है कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट टैक्स बिल्कुल खत्म ही हो जाए. कई बार टैक्स को कम भी कर दिया जाता है. जैसे भारत, अफगानिस्तान से सबसे कम टैक्स लेता है.
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कैसे काम करता है फ्री ट्रेड एग्रीमेंट ?
अब सवाल यह है कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट काम कैसे करता है? इसका एग्जांपल हम भारत और ओमान के बीच हुए एफटीए से ही समझाते हैं. मान लीजिए भारत और ओमान के बीच एफटीए है और अगर ओमान से भारत में पेट्रोकेमिकल आइटम आता है तो उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा या बहुत कम टैक्स लगेगा. इससे ओमान से आने वाला पेट्रोकेमिकल आइडम भारत में सस्ता मिलेगा. इसका मुख्य उद्देश्य नॉन टैरिफ बाधाओं को हटाना है.
जैसे कोई खास सर्टिफिकेट की जरूरत, सुरक्षा नियम, पैकिंग मानक आदि. एफटीए में यह तय किया जाता है कि दोनों देश इन शर्तों को आसान बनाएंगे. ऐसे में इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत दोनों देशों के बीच व्यापार पर लगने वाले टैक्स और टेरिफ को कम या खत्म किया जाएगा. भारत से निर्यात होने वाले 99% सामान और सेवाओं पर अब कोई टैक्स नहीं लगेगा जिसे ड्यूटी फ्री ट्रेड भी कहा जाता है.