Cyber Fraud : सोनम (बदला हुआ नाम) के मोबाइल पर एक दिन एक मैसेज आया। उसमें एक लिंक था। जैसे ही सोनम ने उस लिंक पर क्लिक किया, उनके बैंक अकाउंट में 2000 रुपये आ गए। अकाउंट में रकम आने पर सोनम ने बिना सोचे-समझे उस रकम को खर्च कर दिया। करीब 1 महीने बाद उन्हें एक कॉल आई। कॉल करने वाले शख्स ने कहा, 'तुमने 2 हजार रुपये का लोन लिया था। अभी तक उसे जमा नहीं कराया है। आपको तुरंत ही 2500 रुपये जमा कराने होंगे।' सोनम कुछ समझ पातीं, फोन करने वाले शख्स ने सोनम के वॉट्सऐप पर उनकी कुछ न्यूड तस्वीरें भेज दीं। ये तस्वीरें सोनम के फोन में थीं लेकिन न्यूड नहीं थीं। फोटोशॉप के जरिए इन्हें न्यूड किया गया था। इससे सोनम परेशान हो गईं। रकम जमा करने के बाद भी वह शख्स तस्वीरें भेजता रहा। बाद में सोनम ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
फोन का पहुंच जाता है एक्सेस
ऐसा सिर्फ सोनम के साथ ही नहीं, किसी के भी साथ हो सकता है। इस तरह के फ्रॉड काफी सामने आ रहे हैं। इसमें जालसाज लोगों को फंसाते हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं। दरअसल, स्मार्टफोन पर ऐप डाउनलोड करते समय वह फोटो गैलरी, फोनबुक, माइक्रोफोन, ईमेल आदि की परमिशन मांगते हैं। परमिशन देने के बाद ही ऐसी ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे ही आप परमिशन देते हैं, ऐप वालों के पास आपके फोन का एक्सेस पहुंच जाता है। वे आपके फोन की गैलरी में मौजूद न केवल फोटो और वीडियो को देख सकते हैं और उन्हें अपने तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं बल्कि आपके कॉन्टेक्ट लिस्ट में शामिल लोगों के नंबर भी उनके पास आ जाते हैं। ये इन्हीं का फायदा उठाकर लोगों को परेशान करते हैं।
सावधानी है जरूरी
ऐसे किसी भी लिंक को न खोलें जिसके बारे में आप अनजान हैं। चाहे उसमें कुछ भी लालच दिया गया हो। लिंक पर क्लिक करते ही सामने बैठा ठग आपके फोन का एक्सेस ले लेता है।
आपके पास आए किसी भी लिंक का यूआरएल चेक करें। उसी वेबसाइट को खोलें जिसके यूआरएल में शुरू में पेडलॉक (हरे रंग का लॉक का निशान) लगा हो और https:// (जैसे https://abxy.com) लिखा हो। सिर्फ http:// वाली वेबसाइट या यूआरएल से बचें क्योंकि उसमें सिक्योरिटी नहीं होती और डेटा उड़ाया जा सकता है।