Flipkart Dunzo Acquisition Hyperlocal Delivery Startup: फ्लिपकार्ट इंडियन ई-कॉमर्स सेक्टर का बड़ा नाम है। इस समय वह हाइपरलोकल डिलीवरी स्टार्टअप डंजो का अधिग्रहण करने के लिए बातचीत कर रहा है। हालांकि, डंजो की काम्प्लेक्स ओनरशिप स्ट्रक्चर इसमें बाधा बन रही है। यह बातचीत ऐसे समय में हो रही है, जब डंजो वित्तीय संकट से जूझ रहा है। उसे धन जुटाने और कर्मचारियों का भुगतान करनें में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हाइपरलोकल डिलीवरी मार्केट में डंजो ने खोई अपनी जगह
डंजो ने अब तक 500 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। इसके बावजूद उसने जेप्टो, स्विगी और जोमैटो के ब्लिंकइट के हाथों हाइपरलोकल डिलीवरी मार्केट में अपनी जगह खो दी है। मिली जानकारी के मुताबिक, फ्लिपकार्ट और डंजो के बीच डील अभी फाइनल नहीं हुई। दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है।
डंजो में क्यों दिलचस्पी दिखा रही फ्लिपकार्ट?
फ्लिपकार्ट, वालमार्ट के अधीन काम करने वाली कंपनी है। इसका मार्केट वैल्यू 32 बिलियन डॉलर है। फ्लिपकार्ट को पता है कि डंजो का अधिग्रहण करने से उसे क्या फायदा होगा। डंजो का रिलायंस रिटेल के साथ कई IP संबंध हैं। इस डील को अभी तक डंजो के सबसे बड़े इनवेस्टर रिलायंस रिटेल की मंजूरी नहीं मिली है। फ्लिपकार्ट को डंजो की कुछ एसेट्स में बड़ी दिलचस्पी है। इसमें बेंगलुरु में कंपनी की बिजनेस टू बिजनेस पेशकश शामिल है।
फ्लिपकार्ट के साथ डील पर डंजो ने क्या कहा?
डंजो ने फ्लिपकार्ट के साथ डील की खबरों का खंडन करते हुए इसे महज अफवाह बताया है। कंपनी ने कहा कि हम मार्च 2024 में फ्री कैश फ्लो मामले में बराबरी की राह पर हैं। हम किसी भी पार्टी के साथ किसी भी चर्चा में शामिल नहीं हैं। हालांकि, सूत्रों के अनुसार डंजो ने पिछले तीन साल में टाटा और जोमैटो समेत कई कंपनियों से अधिग्रहण को लेकर बातचीत की है। बता दें कि फ्लिपकार्ट और डंजो के बीच चल रही बातचीत यह दर्शाती है कि डिलीवरी कंपनियों के लिए संभावनाएं कम होती जा रही हैं। हालांकि, कोविड महामारी के दौरान उनकी लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ। लोगों ने खूब ऑनलाइन खरीदारी की।
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डंजो की स्थापना कब हुई थी?
डंजो की स्थापना 2014 में हुई थी। इसने 30 मिनट में डिलीवरी करने का लक्ष्य रखा था। डंजो ने बिजनेस टू बिजनेस फील्ड में भी काम किया। अब वह हाइपरलोकल सेवाओं पर फिर से ध्यान देना शुरू कर दिया है, क्योंकि लोगों की रूचि बढ़ी है। वे किराना का सामान ऑनलाइन खरीदना पसंद कर रहे हैं। डंजो ने इसे देखते हुए कई शहरों में डार्क स्टोर बनाने के लिए 100 मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है।
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