DL New Guidelines: यदि आप राष्ट्रीय राजधानी में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना चाह रहे हैं, तो यहां आपके लिए एक बड़ा अपडेट आया है। दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करना कठिन होने जा रहा है, क्योंकि जनवरी 2023 के अंत तक सभी टेस्ट ट्रैक स्वचालित (automated) हो जाएंगे। दिल्ली में कुल 13 ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक हैं और 12 स्वचालित हो चुके हैं। स्वचालित होने के लिए एकमात्र ट्रैक लाडो सराय में स्थित है जहां ड्राइविंग परीक्षण अभी भी मैन्युअल रूप से किए जाते हैं। यह परीक्षण ट्रैक शीघ्र ही स्वचालित होने जा रहा है।
क्यों हुआ थी इसकी शुरुआत
लगभग 5 साल पहले, पहला स्वचालित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक दिल्ली में शुरू किया गया था ताकि आवेदकों को स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने से पहले उनके ड्राइविंग कौशल का निष्पक्ष तरीके से आकलन किया जा सके और क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (RTO) में भ्रष्टाचार को भी समाप्त किया जा सके।
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राष्ट्रीय राजधानी में सभी परीक्षण ट्रैक स्वचालित होने के बाद, मानवीय हस्तक्षेप की संभावना समाप्त हो जाएगी। यह दर्शाता है कि आपको अगर लाइसेंस के लिए सक्षम होना है तो संपूर्ण परीक्षा पास करनी होगी। ड्राइविंग परीक्षण में मानवीय हस्तक्षेप को समाप्त करने से सड़कों पर चालक बेहतर होंगे, जिससे समग्र सड़क सुरक्षा में सुधार होगा।
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अधिकारियों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि दिल्ली भारत का एकमात्र ऐसा शहर बन जाएगा जहां सभी ड्राइविंग परीक्षणों का मूल्यांकन बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के किया जाएगा। बता दें कि ऑटोमेटेड ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट के तहत इन ट्रैक्स पर लगे सेंसर्स और कैमरों के जरिए आवेदकों की 24 पैरामीटर्स पर जांच की जाती है।
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