Daily Horoscope: 25 अगस्त 2025 को भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि दोपहर 12:34 बजे तक रहेगी, इसके बाद तृतीया तिथि शुरू होगी। पूरे दिन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का प्रभाव रहने वाला है। यह नक्षत्र स्थिरता, सफलता और सकारात्मकता का प्रतीक है। सिद्ध योग दोपहर 12:06 बजे तक रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए अनुकूल है, फिर साध्य योग शुरू होगा, जो आध्यात्मिक और नैतिक कार्यों को बढ़ावा देगा। कौलव करण दोपहर 12:34 बजे तक रहेगा, इसके बाद तैतिल करण लगेगा, जो सामान्य कार्यों के लिए ठीक है।
ग्रहों की स्थिति में, चंद्रमा सुबह 8:28 बजे तक सिंह राशि में रहेगा, फिर कन्या राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य और केतु कन्या राशि में रहेंगे, जो भ्रम और मानसिक तनाव ला सकता है। गुरु मिथुन राशि में बौद्धिकता और संचार को बढ़ाएगा। बुध कर्क राशि में भावनात्मक संचार को प्रोत्साहित करेगा। मंगल कन्या राशि में ऊर्जा देगा, लेकिन सूर्य-केतु के साथ मिलकर तनाव और जल्दबाजी में निर्णय लेने की प्रवृत्ति ला सकता है। राहु कुंभ राशि में नवाचार को प्रेरित करेगा और शनि मीन राशि में रहना जिम्मेदारियां बढ़ाएगा। आइए जानते हैं कि किन राशि वालों के लिए दिन अच्छा नहीं रहेगा और इसको अच्छा बनाने के लिए क्या उपाय करें?
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सिंह राशि
चंद्रमा का सुबह तक सिंह राशि में रहना आपको आत्मविश्वास और ऊर्जा देगा, लेकिन कन्या में प्रवेश के बाद वित्तीय मामलों में सावधानी जरूरी होगी। सूर्य-केतु का संयोजन आत्मसम्मान को प्रभावित कर सकता है और स्वास्थ्य समस्याएं जैसे थकान, आंखों की परेशानी, या मानसिक तनाव ला सकता है। कार्यक्षेत्र में गलत निर्णय या दूसरों के साथ तर्क-वितर्क की स्थिति बन सकती है। परिवार में छोटी-मोटी गलतफहमियां भी हो सकती हैं।
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उपाय: किसी मंदिर में गेहूं या तांबे का दान करें।
कन्या राशि
प्रभाव: सूर्य, मंगल, और केतु का कन्या राशि में संयोजन इस दिन को सबसे चुनौतीपूर्ण बनाएगा। यह स्थिति मानसिक भ्रम, निर्णय लेने में कठिनाई, और स्वास्थ्य समस्याएं जैसे सिरदर्द, तनाव या पाचन संबंधी परेशानियां ला सकती है। चंद्रमा का दोपहर में कन्या में प्रवेश आत्मविश्वास को कमजोर करेगा, जिससे कार्यक्षेत्र में गलतियां, गलतफहमियां, या रिश्तों में तनाव की स्थिति बन सकती है।
उपाय: मंगल यंत्र की पूजा करें और लाल चंदन का तिलक लगाएं।
मीन राशि
प्रभाव: शनि का मीन राशि में होना जिम्मेदारियां और दीर्घकालिक लक्ष्यों पर ध्यान देगा, लेकिन सूर्य-केतु का प्रभाव रिश्तों में तनाव, गलतफहमियां और भावनात्मक अस्थिरता लाएगा। चंद्रमा का कन्या में प्रवेश दोपहर के बाद जीवनसाथी या पार्टनर के साथ तनाव बढ़ा सकता है। कार्यक्षेत्र में भी अनिश्चितता और मानसिक भटकाव की स्थिति बन सकती है।
उपाय: हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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