आंखों का फड़कना शुभ या अशुभ?
हिन्दू शास्त्र में आंखों के फड़कने के दौरान कई तरह के संकेत मिलते हैं। इसका शुभ और अशुभ दोनों अर्थ होता है। शास्त्रों के अनुसार आंखों का फड़कना वास्तविक जीवन में होने वाले घटनाओं का संकेत देता है। दाहिने और बाईं आंख के फड़कने का मतलब पुरुष और महिलाओं में अलग-अलग है। ये भी पढ़ें- सूर्यास्त के बाद भूलकर भी न करें ये 5 काम, वरना...दाहिने और बाईं आंख के फड़कने का अलग मतलब
शास्त्रों के अनुसार महिला और पुरुष दोनों में दाहिने और बाईं आंख के फड़कने का मतलब अलग-अलग है। कहा जाता है कि बाईं आंख का फड़कना महिलांओं के लिए शुभ होता है और पुरुष के लिए अशुभ होता है। वहीं, दाहिने आंख का फड़कना पुरुष के लिए शुभ होता है और महिलांओं के लिए अशुभ होता है।आंख के फड़कने पर मिलते हैं ये 7 संकेत
- अगर महिलाओं की बाईं आंख फड़कती है तो ये उनके लिए शुभ शगुन माना जाता है।
- आंखों का फड़कना कई तरह के लाभ मिलने को दर्शाता है इससे कार्य क्षेत्र में भी सफलता मिलती है।
- अगर पुरुष की दाहिने आंख बार-बार फड़कती है तो इसका मतलब है कि कामकाज में तरक्की मिल सकती है।
- आंखों का फड़कना इस बात की ओर भी संकेत करता है कि आपको कोई बड़ी खुशखबरी भी मिल सकती है।
- जीवन में होने वाले घटनाओं को दर्शाता है ये घटना शुभ और अशुभ दोनों हो सकता है।
- अगर बार-बार आंख फड़के तो इसका अर्थ है कि आप अपने जीवन में खूब तरक्की करने वाले हैं।
- आंखों का फड़कना ये भी दर्शाता है कि आपके घर में खुशियां दस्तक देने वाली और कोई मंगल कार्य होने वाला है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।