मई 2024 की कुंडली में शनि
मई 2024 के पहले दो सप्ताह में 1 से 10 मई की कुंडली में शनिदेव की स्थिति कुंडली के सबसे अशुभ स्थान पर है। इस महीने की कुंडली में शनि आठवें भाव में हैं। कुंडली के आठवें भाव में 'अष्टमेश' होकर शनि कुंडली के धन भाव यानी दूसरे घर को देख रहे हैं। बता दें, कुंडली के आठवें घर को 'मृत्यु भाव' कहते हैं। ज्योतिष मान्यताओं के मुताबिक, कुंडली के अष्टम भाव में जो भी ग्रह बैठते हैं, पापी हो जाते हैं, क्रूर ग्रह और क्रूर हो जाता है।अष्टमेश शनि का असर
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, कुंडली के आठवें भाव से शनि की दृष्टि द्वितीय भाव पर होना धनलाभ को बाधित करता है। धन का प्रवाह रुक जाता है, आनेवाला धन अटक जाता है। इस तरह के योग में निवेश का रिटर्न मुनाफे में नहीं, बल्कि घाटे वाला होता है। घाटे का सौदा शायद ही कोई करना चाहेगा। इसलिए कहीं भी किसी प्रकार के निवेश के लिए यदि 10 दिन रूक सकते हैं, तो आपके लिए फायदेमंद रहेगा। मई की कुंडली शनिदेव का भाव परिवर्तन 10 मई के बाद हो रहा। ये भी पढ़ें: हाथ में नहीं टिकता है पैसा, तो पर्स में रखें 3 चीजें; दूसरे नंबर वाली वस्तु कंगाल को भी बना देती है करोड़पतिमंगल और राहु भी बनेंगे बाधा
मई 2024 की कुंडली में मई की 11 तारीख के बाद पूरे महीने अष्टम भाव में दो क्रूर ग्रह मंगल और राहु विराजमान रहेंगे। अशुभ अष्टम भाव से दो क्रूर ग्रहों का धन के भाव को दृष्ट (देखना) अशुभ और धन की आमद के लिए बुरा साबित हो सकता है। इंट्रा-डे ट्रेडिंग करनेवालों जातकों को मई के दूसरे सप्ताह में सतर्क रहने की खास जरूरत है। बहुत ही सोच-समझकर और पूरी अनुभव का इस्तेमाल करने के बाद ही निवेश करें। ये भी पढ़ें: Guru Gochar 2024: 3 राशियों के धन और सेहत पर संकट, रुक सकती है तरक्की, करें ये उपाय
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।