महामृत्युंजय मंत्र के समान शक्तिशाली है यह मंत्र (Shivji ke Upay)
भगवान शिव का यह मंत्र महामृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र के ही समान शक्तिशाली है और सिद्ध करने पर भक्तों की समस्त इच्छाओं को पूर्ण करने का सामर्थ्य रखता है। यदि आप भी सावन के महीने, प्रदोष अथवा सोमवार के दिन किसी शुभ मुहूर्त में इसका अनुष्ठान (Shivji ke Upay) आरंभ करें तो निश्चित रूप से आपके दुर्भाग्य और दुखों का नाश हो जाएगा। मंत्र इस प्रकार हैॐ मृत्यूंजाय, रूद्राय, नीलकंठाय, संभवे। अमृतेशाय सर्वाय महादेवाय ते नम:॥
यह भी पढ़ें: Jyotish Tips: अशोक के पत्ते भी बदलते हैं भाग्य, आज ही करें ये 4 उपायऐसे करें अनुष्ठान
किसी शुभ दिन और शुभ मुहूर्त में गणपति की पूजा करें। अपने इष्टदेव और गुरु का आशीर्वाद लें, माता-पिता का आशीर्वाद लें। इसके बाद भगवान शिव, मां पार्वती, कार्तिकेय और नंदीश्वर की पूजा करें। इन सभी को माला, पुष्प, चंदन तिलक, धूप, दीपक, प्रसाद, फल आदि अर्पित करें। इस तरह पूजा करने के बाद वहीं एक आसन पर बैठकर इस मंत्र का अधिकाधिक संख्या में जप करें। यदि ऐसा संभव न हो तो भी कम से कम 1100 बार जप अवश्य करें। इसके बाद इस प्रयोग को लगातार अगले 90 दिनों तक करें। इस प्रकार करने से आपके सभी मनोरथ पूरे होंगे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि सच्चे मन से बिना कामना के इस मंत्र का जप किया जाए तो भगवान शिव साक्षात दर्शन भी दे सकते हैं। डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।---विज्ञापन---
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