दान करना सही है या गलत
प्रेमानंद जी महाराज के मुताबिक, सनातन धर्म में दान की परंपरा रही है। दान करना कोई गलत कार्य नहीं है। हालांकि, दान ऐसे ही इंसान को करना चाहिए जो उसके लिए उपयुक्त है। यानी जरुरतमंद को जरूर दान देना चाहिए।दान करने से पहले क्या विचार करें?
वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज के मुताबिक, दान करने से पहले इस बात का जरूर ख्याल रखना चाहिए कि लेने वाला कितना सही है। कहने का मतलब यह है कि दान लेने वाला अगर उसके योग्य नहीं है तो ऐसे दान से बचना चाहिए।साधु-संत को दान कैसे करें?
संत-महात्मा अगर दान के लिए घर आएं तो पहले उन्हें आदर से बात करें। इस दौरान उन्हें कुछ अपशब्द ना कहें। अगर घर के किसी काम में व्यस्त हैं तो उन्हें बैठने के लिए कहें। पहले अपने जरूरत के काम को निपटा लें और फिर संत को भोजन के लिए आग्रह करें। अगर वो भोजन करते हैं तो उन्हें प्रेम से भोजन कराएं। वहीं अगर संत-महात्मा पैसा मांगते हैं तो अपनी क्षमता के अनुसार दे सकते हैं।अगर साधु-संत अनहोनी करने की धमकी दें तो क्या करें?
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि कई बाद कुछ साधु मन के मुताबिक दान ना मिलने या उसमें देरी होने पर भला-बुरा कहने लगते हैं। ऐसे में मन में भय होना स्वाभाविक है लेकिन उससे डरना नहीं चाहिए। बल्कि, उन्हें प्रेम से चले जाने को कह देना चाहिए। यह भी पढ़ें: प्रेमानंद महाराज ने बताए भगवान की कृपा के 8 संकेत
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।