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हर संकट की काट है भगवान कृष्ण का यह मंत्र, बड़ी से बड़ी विपत्ति को जड़ से कर देता है खत्म

Jyotish Tips: शास्त्रों में श्रीमद्भागवत का अत्यधिक महत्व बताया गया है। कहा जाता है जो व्यक्ति प्रतिदिन भागवत पढ़ता है या सुनता है, उसके जीवन में कभी कोई समस्या नहीं आती। उसकी जन्मकुंडली के सभी ग्रह स्वत: ही अनुकूल बन जाते हैं। यही कारण है कि बहुत से ज्योतिषी भी विभिन्न प्रकार की समस्याओं को […]

Jyotish Tips: शास्त्रों में श्रीमद्भागवत का अत्यधिक महत्व बताया गया है। कहा जाता है जो व्यक्ति प्रतिदिन भागवत पढ़ता है या सुनता है, उसके जीवन में कभी कोई समस्या नहीं आती। उसकी जन्मकुंडली के सभी ग्रह स्वत: ही अनुकूल बन जाते हैं। यही कारण है कि बहुत से ज्योतिषी भी विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दूर करने के लिए भागवत का पाठ करने की सलाह देते हैं। यदि आपके जीवन में भी कोई ऐसी विपत्ति आ गई है जो दूर नहीं सकती तो आपको भी भगवान विष्णु अथवा श्रीमद्भागवत का उपाय करना चाहिए। आप चाहे तो थोड़ा-थोड़ा पाठ रोजाना पढ़ें अथवा प्रतिदिन 11 श्लोक पढ़ें। इससे भी आपका कार्य बन सकता है। परन्तु किसी भी मनुष्य के लिए भागवत का पूरा पाठ पढ़ना संभव नहीं है। इसके लिए अत्यधिक समय चाहिए। इसलिए श्रीमद्भागवत को श्लोकरुपी मंत्र में पिरोया गया है। इस मंत्र का पाठ करने से भी भागवत पाठ का ही फल मिलता है। एक श्लोकी भागवत निम्न प्रकार है यह भी पढ़ें: आज कर लें लक्ष्मीजी का 5-मिनट वाला यह उपाय, रातोंरात चमकेगी किस्मत, जागेगा सोया भाग्य

एकश्लोकी भागवत मंत्र

आदौ देवकी देव गर्भजननं, गोपी गृहे वद्र्धनम्। माया पूज निकासु ताप हरणं गौवद्र्धनोधरणम्।। कंसच्छेदनं कौरवादिहननं, कुंतीसुपाजालनम्। एतद् श्रीमद्भागवतम् पुराण कथितं श्रीकृष्ण लीलामृतम्।। अच्युतं केशवं रामनारायणं कृष्ण:दामोदरं वासुदेवं हरे। श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं जानकी नायकं रामचन्द्रं भजे।। इस एक श्लोकरूपी भागवत को सिद्ध कर आप भी अपनी आवश्यकतानुसार विभिन्न प्रयोग कर सकते हैं। इसके अनुष्ठान के लिए व्यक्ति को विधि-विधान से जप करना होता है। जानिए जप प्रयोग के बारे में यह भी पढ़ें: आज कर लें लक्ष्मीजी का 5-मिनट वाला यह उपाय, रातोंरात चमकेगी किस्मत, जागेगा सोया भाग्य

ऐसे करें एकश्लोकी भागवत को सिद्ध

किसी शुभ मुहूर्त (यदि गुरु पुष्य हो तो सर्वोत्तम है) में स्नान आदि से निवृत्त होकर गणेशजी का पूजन करें। इसके बाद भगवती राधा सहित भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें। उन्हें पुष्प, चंदन तिलक, फल, नैवेद्य, तुलसी पत्र आदि अर्पित करें। भगवान कृष्ण का ध्यान करते हुए रुद्राक्ष की माला से उपरोक्त मंत्र की पांच माला जप करें। इस प्रयोग को लगातार 51 दिन तक प्रतिदिन करें। इससे आपके ऊपर आई बड़ी से बड़ी विपत्ति भी टल जाएगी। डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।


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