Hanuman Chalisa Kab Kaise Padein: हनुमान चालीसा का पाठ करने से किस्मत बदल सकती है। जिंदगी में चमत्कार देखने को मिलत सकते हैं। चिंताए दूर हो जाती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि किसको, कब और कैसे पढ़नी चाहिए हनुमान चालीसा? अलग-अलग चालीसा पढ़ने से अलग-अलग फायदे होते हैं, जी हां कुछ लोग शिव चालीसा पढ़ते हैं तो कोई हनुमान चालीसा तो कोई दुर्गा चालीसा पढ़ता है। इसके कब और कैसे फल मिलते हैं और इसे कब और कैसे पढ़ना चाहिए, इससे जुड़ी जानकारियां बता रहे हैं पंडित सुरेश पांडे...
हनुमान चलीसा का क्या महत्व है?
हनुमान चालीसा का शाब्दिक मतलब है 40 पदों का समूह, जिन्हें 40 चौपाइयां भी कहते हैं। बेहद आसान तरीके से भगवान की पूजा करने की तरीका हनुमान चालीसा का पाठ है, जिसे करने से जीवन में साकारात्मक परिवर्तन आते हैं। मन मस्तिष्क शांत रहता है। जिन लोगों को मंत्रों का ज्ञान नहीं है या जो लोग पूर्ण रूप से अध्यात्मिक चेतना से अवगत नहीं हैं। जिन लोगों से मंत्रों का उच्चारण करते समय गलती हो जाती है। जो लोग कर्मकांड की विद्या नहीं जानते हैं, उन लोगों के लिए भक्ति का जो सबसे सरल मार्ग है, वह है हनुमान चालीसा का पाठ।
हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे
हनुमान चालीसा पढ़ने के कई लाभ हैं, जैसे मानसिक शांति प्राप्त होती है और तनाव दूर होता है। सुख-समृद्धि और धन-धान्य में वृद्धि होती है। किए गए पाप का बुरा प्रभाव कम होने लगता है। आत्मविश्वास बढ़ता है। निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। मन मजबूत होता है। जो लोग मानसिक रूप से पीड़ित हैं या जिन लोगों को एंग्जाइटी की शिकायत है, अगर वे नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो निश्चित ही मानसिक रोगों में भी आराम मिलता है।
हनुमान चालीसा पढ़ने का फल कब मिलता है?
आप जितना मन से समर्पित होकर और अपने लक्ष्य को साधकर हनुमान चलीसा का पाठ करेंगे, इसका प्रभाव उतना ही जल्दी देखने को मिलेगा। 40 दिन तक लगातार 11 बार सुबह और 11 बार शाम के समय हनुमान चालीसा का पाठ करने से चालीसा सिद्ध हो जाती है। जिस देवी-देवता की चालीसा पढ़ रहे हैं, उनकी कृपा मिलनी शुरू हो जाती है। जैसे आपको डर लग रहा है, भूत प्रेत का डर है तो हुनमान चालीसा का पाठ करें। अगर आपको शत्रुओं की चिंता सता रही है तो दुर्गा चालीसा का पाठ करें। इससे आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।
अगर आपको अध्यात्मिक चिंता सता रही है और अध्यात्म की तरफ बढ़ना चाहते हैं तो आप श्री राधा चालीसा का पाठ करें। यदि आप अंतिम यात्रा पर जाना चाहते हैं और श्री राम प्रभु और कृष्ण भगवान से मिलना चाहते हैं तो श्री राम चालीसा का पाठ करें। अगर आप चाहते हैं कि आप आवागमन के चक्कर से मुक्त हो जाएं तो राधा चालीसा का पाठ करें।
डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है। केवल सूचना के लिए जानकारी दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।