डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
पुखराज धारण करने के लाभ
- ज्योतिष शस्त्र में पुखराज को चमत्कारी रत्न माना गया है। इसे धारण करने से जातक अपने लक्ष्य से भटक नहीं सकता।
- पुखराज धारण करने वाले जातक के जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही जातक की निर्णय क्षमता भी बढ़ती है।
- पुखराज को प्रशासनिक क्षेत्र में उन्नति का कारक माना गया है। इसे धारण करने से प्रशासनिक क्षेत्र में जबरदस्त सफलता प्राप्त होती है।
- शैक्षणिक कार्यों से जुड़े जातकों के लिए यह रत्न वरदान के समान है। इसे धारण करने पर जातक शिक्षा के क्षेत्र में खूब उन्नति करता है।
- पुखराज को धारण करने वाले जातक का वैवाहिक जीवन खुशियों से भरा रहता है।
- अगर किसी विवाह योग्य कन्या की शादी में दिक्कतें आ रही हैं तो यह रत्न धारण करने से इससे जुड़ी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।
पुखराज कैसे धारण करें?
- पुखराज को धारण करने के लिए सर्वोत्तम दिन गुरुवार है। चूंकि यह रत्न गुरु ग्रह से संबंधित है, ऐसे में इसे गुरुवार को धारण करना बेहतर होगा।
- पुखराज धारण करने से पहले इसे गंगाजल या गाय के कच्चे दूध में डूबोकर संबंधित ग्रह के देवता (बृहस्पति देव) के समक्ष रखें। क्योंकि ऐसा करने से रत्न अभिषिक्त हो जाता है।
- कुछ समय इस रत्न को भगवान के समक्ष रखने के बाद किसी ज्योतिषी से सलाह लेकर दाहिने हाथ की तर्जनी (अंगूठे के बाद वाली उंगली) उंगली में धारण करें।