नेत्र ज्योति बढ़ाने के लिए ग्रहों को प्रसन्न करने के तरीके:
सूर्य को प्रसन्न करें: सूर्य आंखों के स्वामी ग्रह हैं, इसलिए इनका प्रसन्न और मजबूत होना सबसे अधिक जरूरी है। रोज सुबह सूर्य को अर्घ्य देकर और सूर्य मंत्र का जाप करके उनकी पूजा करें। चंद्रमा को मजबूत बनाएं: चंद्रमा आंखों की शीतलता प्रदान करता है। इसकी कमजोर स्थिति से आंखों में सूखापन, थकान या जलन होती है। चंद्रमा की मजबूती के लिए अधिक से अधिक पानी पिएं और सफ़ेद वस्तुओं का दान करें। गुरु ग्रह की पूजा: गुरु नेत्रों की सुरक्षा के कारक हैं। आंखों में चोट, संक्रमण या अन्य गंभीर रोगों का कारण गुरु का कमजोर होना हो सकता है। इन्हें बली बनाने के लिए गुरुवार के दिन भगवान विष्णु या शिव की पूजा करें और गुरु ग्रह के मंत्र का जाप करें। बुध ग्रह की पूजा: नेत्रों की तीक्ष्णता यानी चमक और चंचलता के स्वामी बुध हैं। इन्हें मजबूत बनाने के लिए बुधवार के दिन हरे रंग की वस्तुओं का दान करें और बुध ग्रह के मंत्र का जाप करें। शुक्र को बली बनाएं: शुक्र आंखों को आकर्षक बनाते हैं। इनकी कमजोर स्थिति या अशुभ प्रभाव से आंखों में कालापन, झुर्रियाँ आदि समस्याएं पैदा होती हैं। इन्हें प्रसन्न रखने के लिए सफ़ेद कांच के बर्तन, आईने का दान करें। शनिवार का व्रत रहे: शनिवार का व्रत रखने से शनि ग्रह आंखों से संबंधित रोगों से बचाते हैं। नीले रंग का प्रयोग करें: अधिक से अधिक नीले रंग के कपड़े पहनें और अपने घर में नीले रंग का प्रयोग करें, क्योंकि नीला रंग आंखों के लिए अच्छा माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन उपायों को करने से कभी चश्मा पहनने की नौबत नहीं आती हैं। यदि किसी कारणवश आंखों पर चश्मा लग जाता है, तो आंखों की प्रॉब्लम को समझ कर इनमें से कोई एक उपाय या कुछ उपायों को अपनाकर आंख से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक किया जा सकता है और चश्मा को हटाया जा सकता है। ये भी पढ़ें: केतु की कुदृष्टि, 3 राशियों की जिंदगी में होगी उथल-पुथल, करें 2 उपाय ये भी पढ़ें: जून में 7 राशियों के जातकों की तरक्की; बुधादित्य, लक्ष्मी नारायण और गजलक्ष्मी राजयोग बनाएंगे मालामाल
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।