मेष राशि:
मेष राशिचक्र की पहली राशि है। इसके स्वामी ग्रह मंगल हैं, जो ग्रहों के सेनापति माने जाते हैं। इस राशि के लोगों में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास, वीरता और नई चुनौतियों का सामना करने की प्रवृत्ति किसी भी अन्य राशि से अधिक होती है। मंगल ग्रह रणनीति बनाने की प्रेरणा देने वाले ग्रह हैं। इस ग्रह के असर से ये लोग काम करने से पहले हर पहलू पर विचार कर अपना कदम उठाते हैं। मुश्किल से मुश्किल समय में भी कोई न कोई हल निकाल ही लेते हैं।सिंह राशि:
यह राशिचक्र की पांचवीं राशि है। इस राशि के जातक निर्भीक, साहसी और अदम्य इच्छाशक्ति वाले होते हैं। इस राशि के स्वामी ग्रह सूर्य हैं, जो आत्मा, नेतृत्व और राजसी गुणों के कारक ग्रह हैं। ये अपनी नेतृत्व क्षमता के कारण भीड़ को नियंत्रित करने में सफल होते हैं। इनको अपने इस गुण के बारे में भलीभांति पता होता है, जो इनके आत्मविश्वास और साहस को और ऊंचा उठा देता है। इनका साहस किसी पर्वत के समान विशाल और ऊंचा होता है। यही कारण है कि इनके स्वभाव में जिद्दीपन भी होता है। अपने हठी स्वभाव के कारण वे जिस काम के पीछे पड़ जाते हैं, उसे पूरा करके ही मानते हैं।धनु राशि:
धनु राशि वैदिक ज्योतिष के राशिचक्र की नौवीं राशि है। अग्नि तत्व की प्रधानता से ये स्वभाव में जोशीले होते हैं। साथ ही, ये न केवल रचनात्मक होते हैं, बल्कि जोखिम लेने से नहीं झिझकते हैं। चूंकि इस राशि के स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं, जो देवताओं के गुरु हैं। इसलिए ये ज्ञान बल के धनी होते हैं और धैर्यपूर्वक काम करने में यकीन रखते हैं। इनका एक सबसे बड़ा गुण है, योजना का ब्लूप्रिंट बनाकर काम करना। इसलिए ये जीवन में बहुत कम असफल होते हैं, जो इनके साहस और जोखिम लेने की क्षमता को फ्यूल यानी ईंधन देता है। ये भी पढ़ें: मेष राशि वालों के लिए 4 करियर ऑप्शन, जिसमें वे दे सकते हैं अपना बेस्ट योगदान ये भी पढ़ें: सिंह राशि के लिए 4 बेस्ट करियर ऑप्शन, जहां सफलता जल्दी चूमती है कदम ये भी पढ़ें: धनु राशि के लिए 4 बेस्ट करियर ऑप्शन, जिसमें अर्जित कर सकते हैं धन और सम्मान, दे सकते हैं बेस्ट कंट्रीब्यूशन
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।